नोएडा। नोएडा के सर्फाबाद गांव में पिछले दो माह के दौरान 10 व्यक्तियों की मौत हो जाने के बाद जिला प्रशासन ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इन मौतों का कारण ‘वायरल बुखार’ बताया है। पिछले दो दिनों के दौरान सर्फाबाद में नए बनाए गए स्वास्थ्य शिविर में गांव के करीब 1,150 लोगों ने बुखार के लक्षणों वाली बीमारी की सूचना दी है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएमओ एस सी गुप्ता का कहना है कि मुख्य रूप से साफ-सफाई की कमी और संक्रमण के कारण यह बीमारी फैली है। गांव वालों के मुताबिक केवल दो माह की अवधि के दौरान ये मौतें हुई हैं। गांव में बीमारी फैलने के बाद जिलाधिकारी एन पी सिंह ने स्वास्थ्य विभाग और आईएमए को इस बीमारी के संबंध में कारणों की जांच करने के आदेश दिए हैं।
इसके अलावा जिलाधिकारी ने चिकित्सकों की छुट्टियां भी रद्द कर दी हैं और सर्फाबाद गांव में एक स्वास्थ्य शिविर लगाने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को इस गांव में एवं आस पास के गांवों में संक्रमण-रोधी दवा का छिडक़ाव करने के निर्देश भी दिए हैं। नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा के अधिकारियों ने भी पूरे इलाके में दवा के छिडक़ाव और उचित साफ-सफाई के निर्देश दिये हैं।
चिकित्सकों ने गांव से करीब 100 लोगों के खून के नमूने एकत्रित किये हैं और उन्हें परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेजा है। खून के नमूनों के करीब 40 परिणाम मिल चुके हैं और उनमें चिकुनगुनिया अथवा डेंगू के लक्षण नहीं पाये गये। मुख्य चिकित्साधिकारी ने इनके वायरल बुखार का मामला होने का दावा किया है। आईएमए के अध्यक्ष ए के अग्रवाल ने आज कहा कि आईएमए के एक दल ने आज सुबह सर्फाबाद गांव का दौरा किया और लोगों की मौत के कारण का पता लगाने के लिए मृतक व्यक्तियों के परिजनों से बातचीत की।