मुंबई। घरेलू शेयर बाजार आज काफी गिरावट के साथ कारोबार करता दिखाई दिया। शेयर बाजार में गिरावट से उथल पुथल का दौर रहा। सेंसेक्स तो दिनभर लाल निशान पर कारोबार करता रहा। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 184.25 अंक लुढक़कर 29,237.15 अंक के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 62.80 अंक लुढक़कर 9,045.20 अंक के स्तर पर बंद हुआ।
बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरूआती कारोबार में करीब 97 अंक की गिरावट के साथ खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 9,100 अंक के नीचे आ गया। एशियाई के अन्य बाजारों में कमजोर रूख के बीच घरेलू बाजार में हाल की तेजी के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट आई। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स 96.80 अंक या 0.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 29,324.60 अंक पर खुला।
धातु, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, तेल एवं गैस, रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों तथा वाहन क्षेत्र की अगुवाई में यह गिरावट आई। इससे पहले, पिछले दो सत्रों में सेंसेक्स करीब 254 अंक मजबूत हुआ था। एनएसई निफ्टी भी 33.15 अंक या 0.36 प्रतिशत टूटकर 9,100 अंक के नीचे 9,074.85 अंक पर खुला। कारोबारियों के अनुसार हाल की तेजी के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट आर्ई।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के स्वास्थ्य संबंधी विधेयक को पारित नहीं करवा पाने के कारण एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रूख से भी बाजार पर असर पड़ा। एशिया में हांगकांग का हैंगसेंग तथ जापान के निक्की में गिरावट दर्ज की गयी। हालांकि शंघाई कंपोजिट इंडेक्स में 0.16 प्रतिशत की तेजी रही। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आज शुरूआती कारोबार में 28 पैसे मजबूत होकर 65.13 पर खुला। बैंक तथा निर्यातकों की डालर बिकवाली से रुपए में मजबूती आई।
कारोबारियों के अनुसार निर्यातकों तथा बैंकों द्वारा डॉलर की बिकवाली तथा दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्रा की तुलना में डॉलर के कमजोर होने से रुपए की धारणा पर असर पड़ा। हालांकि घरेलू शेयर बाजार में कमजोर शुरूआत से रुपए की तेजी पर अंकुश लगा।
डेरिवेटिव अनुबंधों की समयसीमा की समाप्ति नजदीक आने के बीच शेयर बाजारों में चालू सप्ताह में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है और निकट अवधि में यह आगे की दिशा के लिए वैश्विक संकेतों से दिशा ग्रहण करेगा।
शेयर बाजार विशेषज्ञों ने यह राय जताई है। ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन के संस्थापक निदेशक विजय सिंघानिया ने कहा कि बाजार लंबे सुगठन के दौर में जाता प्रतीत होता है तथा सभी बाजार उत्प्रेरक पहलुओं को ध्यान में रखते हुए यह तेजी अथवा गिरावट की ओर एक निर्णायक करवट ले सकता है।
उन्होंने कहा कि राजनीतिक मोर्चे पर संसद के बजट सत्र के घटनाक्रम पर निवेशकों की सतर्क नजर रहेगी। आम्रपाली आद्या ट्रेडिंग एंड इंवेस्टमेन्ट्स के निदेशक एवं शोध प्रमुख अबिनाश कुमार सुधांशु ने कहा कि मार्च सीरीज के लिए अनुबंधों की समयसीमा समाप्त होने के कारण बाजार में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। सैम्को सिक्योरिटीज के सीईओ जिमित मोदी ने कहा कि वैश्विक शेयर बाजारों के उतार चढ़ाव निकट अवधि में घरेलू शेयर बाजार पर अपना असर डालेंगे।
वाहन कंपनियां मार्च महीने के लिए शनिवार से अपने बिक्री आंकड़ों को जारी करना शुरू करेंगी, जिस पर निवेशकों की निगाह रहेगी। बीते सप्ताह बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 227.59 अंक या 0.76 प्रतिशत नीचे आया, वहीं नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 52.05 अंक या 0.56 प्रतिशत टूट गया। तीन सप्ताह में यह सेेंसेक्स व निफ्टी की पहली साप्ताहिक गिरावट रही।