जोधपुर। राजस्थान के जोधपुर जिले में शराब तस्करी की एक बड़ी अंतर्राज्यीय गैंग का खुलासा हुआ है। इस पूरी गैंग का सालाना टर्नऑवर करीब 1800 कोरड़ का बताया जा रहा है। स्पेशल टीम ने इस गैंग के मुखिया और 70 लाख की फिरोती के मामले में वांछित अपराधी प्रकाश गोदारा को अरेस्ट किया है।
पुलिस ने बताया कि शराब तस्कर प्रकाश गोदारा अपनी गैंग के साथ मिल कर पंजाब और हरियाण से शराब खरीदकर राजस्थान के रास्ते गुजरात भेजता था। प्रति एक ट्रक से इस गैंग को लगभग डेढ़ लाख रुपए तक मुनाफा होता था। पुलिस ने एक अनुमान के आधार पर बताया कि गैंग का सालाना टर्नऑवर करीब 1800 करोड़ रुपए बैठता है। इसकी रोजाना की कमाई 5 करोड़ बताई जा रही है।
पुलिस ने बताया कि गैंग का शातिर सरगना प्रकाश गोदारा शराब के भरे ट्रकों पर जीपीएस सिस्टम से नजर रखता था और बार-बार सिम बदल कर फोन से संपर्क रखता था। गैंग निश्चित किलोमीटर के बाद अपना ड्राइवर भी बदल देती थी। ड्राइवरों को आपस में बात करने की अनुमती भी नहीं दी जाती थी।
रकाश व उसकी गैंग के लोग हरियाणा व पंजाब की शराब फैक्ट्रियों से 50 लाख रुपए में एक ट्रक अवैध शराब खरीदते थे, जिसे गुजरात में दो करोड़ में बेचते थे। रोजाना 3-4 गाड़ियां ये गैंग गुजरात तक ले जाती थी। इन गाड़ियों के आगे 20-25 किलोमीटर की दूरी पर लग्जरी गाड़ियां एस्कॉर्ट करते हुए चलती थीं, जिससे पुलिस की नाकाबंदी का पता चलने पर तस्करी का रूट बदल देते थे।
हालांकी पुलिस ने प्रकाश गोदारा को मुंबई के बहुचर्चित व्यापारी मोहनलाल प्रजापत अपहरण कांड में पकड़ा है। इस गैंग ने व्यापारी से 70 लाख रुपए की फिरौती वसूली थी। पुलिस ने इनके कब्जे से दो ट्रक, दो एस्कॉर्ट वाहन, लेपटॉप, 30 मोबाइल सिमकार्ड भी बरामद किए हैं।
पुलिस ने अंदेशा व्यक्त किया है कि इस गैंग के नेटवर्क में कम से कम 100 लोग जुड़े हुए हैं।