जयपुर। सोशल मीडिया पर आए दिन रोचक मामले छाए रहते है। जिन्हें देख कर हर कोई दंग रह जाता है। एक ऐसा ही मामला भरतपुर में देखने को मिला है।वहां एक महिला सरकारी डिस्पेंसरी में चेकअप के लिए लाई गई थी। इस पर वहां की चिकित्सक ने सोनोग्राफी के लिए कहा।महिला को जब जांच क्लिनिक में ई रिक्शा से ले जाया जा रहा था तभी उसे प्रसव पीड़ा होने लगी। आनन फानन में परिजनों ने रिक्शा के चारों ओर कपड़े का परदा लपेटकर प्रसव करवाया।
फिलहाल बच्चा और जच्चा दोनों स्वस्थ है। इस मामले में महिला के परिजन विजय सिंह ने बताया कि बयाना निवासी पूजा कुमारी को गर्भ की जांच के लिए बयाना के सरकारी हॉस्पिटल ले जाया गया था। इस पर वहां के चिकित्सक ने भरतपुर के महिला हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया। इस पर उन्होंने पहले सोनो ग्राफी करवाने को कहा। पेसेंट को जब वहां लेजाया गया तो कर्मचारियों ने ग्राफी की रिपोर्ट कल ले जाने को कह कर उन्हे टर का दिया। परिजन गिड़गिड़ाते रहे मगर उनका दिल नही पसीजा।
इस बारे में हॉस्पिटल के प्रभारी डॉक्टर रूपेंद्र झा ने कहा कि उनके यहां सुबह नौ बजे से एक बजे तक ही सोनोग्राफी की जाती है। इस माहिला को दोपहर दो बजे बाद लाया गया था। इस लिए उसकी सोनो ग्राफी नहीं की जा सकी। हालाकि इमरजेंसी में इसके बाद भी सोनोग्राफी किए जाने का प्रावधान है,मगर इस केस की जांच की जाएगी।