बीकानेर। रोबर्ट वाड्रा के बीकानेर में जमीन घोटाले से जुडे मामलों में ईडी द्वारा कार्रवाई के बाद अब उन किसानों को भी नोटिस थमाए जा रहे हैं जो इस मामले से जुडे हैं। ऐसे करीब 100 लोगों को प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। नोटिस प्राप्त करने वाले किसानों में अधिकांशतः दलित हैं।
दरअसल बीकानेर के कोलायत और इससे आस-पास दलित वर्ग के किसानों के साथ हुई जमीनों की खरीद पर ईडी की नजर थी। कुछ दलितों को तो मोहरा बनाकर किसी और ने जमीन खरीद ली, लेकिन ईडी का नोटिस नियमानुसार इन्हें ही मिला है। एससी-एसटी की मालिकाना हक वाली जमीनें एससी या एसटी के व्यक्ति के नाम से खरीदी जाती हैं, लेकिन उस राशि का भुगतान कोई और करता है। उस जमीन पर अप्रत्यक्ष रूप से मालिकाना हक भी उसी का रहता है। इसकी एवज में किसानों और दलालों को उनके हिस्से की राशी थमा दी जाती है।
सूत्रों ने बताया कि ईडी ने किसानों के खातों से हुए ट्रांजेक्शन की डिटेल्स निकाली है जिसके आधार पर नोटिस में यह पूछा भी गया है कि आखिर इतनी मात्रा में धन का आदान प्रदान कैसे हुआ? यह पैसा कहां से आया? दूसरी और दलित किसानों के ताजा बने पेन कार्ड्स पर ईडी ने सवाल खड़े किए हैं।
ऐसे में ईडी ने बैंक खाते की डिटेल देकर नोटिस भेजकर पूछा है कि जमीन खरीदने के लिए इतनी रकम कहां से आई। इस पूरे मामलें में वित्त राज्य मंत्री का कहना हैं कि ईडी अपना काम कर रही है। यदि बैड इंटेन्शन से ऐसा किया गया है तो ईडी कार्रवाई करेगी।