कोलंबो | भारत के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने शनिवार को यहां एक बयान में कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच साझेदारी की कोई सीमा नहीं है। द आइलैंड अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक संपूर्ण द्बिपक्षीय संबंध में भारतीय प्रौद्योगिकी एवं आर्थिक सहयोग (आईटीईसी) कार्यक्रम के महत्व पर जोर देते हुए श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त बागले ने गुरुवार को कहा था कि दोनों देशों के बीच साझेदारी की कोई सीमा नहीं है। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने भारतीय प्रौद्योगिकी एवं आर्थिक सहयोग के माध्यम से, भारत एवं श्रीलंका के बीच क्षमता निर्माण साझेदारी के 58 साल पूरे होने के अवसर पर आईटीईसी दिवस 2022 मनाया।
भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट किया, '' उच्चायुक्त ने संपूर्ण भारत-श्रीलंका साझेदारी में आईटीईसी सहयोग के महत्व पर जोर दिया एवं कहा कि द्बिपक्षीय साझेदारी के लिए कोई सीमा नहीं है’।’’ गौरतलब है कि आईटीईसी भारत द्बारा संचालित एक द्बिपक्षीय सहायता कार्यक्रम है। श्री बागले ने कहा कि यह एक मांग-संचालित, प्रतिक्रिया-उन्मुख कार्यक्रम है जो भारत और भागीदार राष्ट्र के बीच नवीन तकनीकी सहयोग के माध्यम से विकासशील देशों की जरूरतों को पूरा करने पर केंद्रित है।उच्चायुक्त ने भारत और श्रीलंका में उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच साझेदारी के माध्यम से उच्च शिक्षा सहित शिक्षा के क्षेत्र में श्रीलंका की मदद करने के भारत के प्रयास की भी चर्चा की थी।