भोपाल : मध्यप्रदेश के 67वें स्थापना दिवस पर आज राजधानी भोपाल में आयोजित राज्य-स्तरीय समारोह में सुप्रतिष्ठित शंकर-एहसान-लॉय बैण्ड की गीत-संगीत प्रस्तुति तथा नई दिल्ली की सुप्रतिष्ठित कोरियोग्राफर मैत्रेयी पहाड़ी के निर्देशन में 400 कलाकारों द्बारा 'शिव महिमा’ नृत्य नाटिका प्रमुख आकर्षण होंगे।आधिकारिक जानकारी के अनुसार स्थानीय लाल परेड ग्राउण्ड में शाम 7 बजे से ये समारोह शुरू होगा।
प्रमुख सचिव संस्कृति और पर्यटन शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिह चौहान के मार्गदर्शन में स्थापना दिवस समारोह में सभी प्रदेशवासी सादर आमंत्रित है। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से दो मध्यप्रदेश में हैं। इन ज्योतिर्लिंगों, श्री महाकालेश्वर और श्री ओंकारेश्वर के होने से मध्यप्रदेश का आध्यात्मिक मानस और संस्कृति शैव भक्ति और ज्ञान की ष्टि से ओत-प्रोत है। मध्यप्रदेश का 67वाँ स्थापना दिवस समारोह शैव भक्ति एवं ज्ञान आधारित मनाया जा रहा है।
शून्य से शिव, शिव से कालातीत महाकाल की कथा नृत्य संगीत एवं 3डी तकनीकी संयोजन के साथ प्रस्तुत की जायेगी। प्रस्तुति के लिए बहुतलीय मंच एवं सेट संयोजित किया जायेगा, जिस पर सारे प्रतीक यथा डमरु, त्रिशूल, नन्दी, जटा, गंगा आदि को समाहित करते हुए शिव प्रसंगों की समवेत प्रस्तुति होगी। देश के सुविख्यात शंकर-एहसान-लॉय बैंड की गीत-संगीत प्रस्तुति संयोजित की जा रही है। यह भारतीय संगीतकारों की तिकड़ी है। यह तिकड़ी शंकर महादेवन, एहसान नूरानी और लॉय मेंडोंसा से मिल कर बनी है। उन्होंने कई फिल्मों में संगीत दिया एवं गायन कार्य किया है।
इसमें मिशन कश्मीर (2000), दिल चाहता है (2001), कल हो न हो (2003), बंटी और बबली (2005), कभी अलविदा ना कहना (2006), डॉन-द चेस बिगिन्स अगेन (2006), तारे जमीं पर (2007), रॉक ऑन (2008), वेक अप सिड (2009), माय नेम इज खान (2010), कार्तिक कॉलिग कार्तिक (2010), हाउसफुल (2010) और सूरमा (2018) आदि शामिल हैं।
मध्यप्रदेश सरकार ने आज मप्र स्थापना दिवस पर प्रदेश स्थित सभी शासकीय कार्यालयों में अपराह्न आधे दिवस का शासकीय अवकाश घोषित किया है। स्थापना दिवस पर सायंकाल होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होने के उद्देश्य से शासकीय कर्मियों को यह सहूलियत दी गयी है एक नवम्बर से प्रारंभ होने वाले सात दिवसीय मध्यप्रदेश स्थापना उत्सव के कार्यक्रमों की शुरूआत मप्र गान से होगी। राज्य शासन द्बारा सभी विभाग, संभागायुक्त, कलेक्टर्स और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिये गये हैं।