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टोंक, राजस्थान: राजस्थान के टोंक जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। आरोप है कि एक युवक ने सोशल मीडिया के जरिए पहले किशोरी से दोस्ती की, फिर उसका अश्लील वीडियो बनवाया और उसे ब्लैकमेल कर अपने दोस्तों के साथ मिलकर बार-बार दुष्कर्म किया।
सोशल मीडिया बना अपराध का जरिया
इस घटना की शुरुआत इंस्टाग्राम और स्नैपचैट पर दोस्ती से हुई। आरोपी ने किशोरी को अपने जाल में फंसाकर उसका आपत्तिजनक वीडियो बनवाया और फिर इसे अपने दोस्तों के साथ साझा किया। इसके बाद, कई लोगों ने किशोरी को ब्लैकमेल कर अलग-अलग स्थानों पर दुष्कर्म किया। पीड़िता ने छह नामजद आरोपियों समेत अन्य लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इनमें कई नाबालिग भी शामिल हैं। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
लगातार होता रहा शारीरिक शोषण
पुलिस के अनुसार, 14 वर्षीय नाबालिग को पिछले डेढ़ साल से वीडियो के जरिए ब्लैकमेल किया जा रहा था और इस दौरान कई बार उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। आरोपी युवक ने यह वीडियो अपने दोस्तों को भेज दिया, जिससे अन्य लोग भी उसे ब्लैकमेल करने लगे और शारीरिक शोषण करते रहे।
कैसे हुआ खुलासा?
यह मामला तब उजागर हुआ जब पीड़िता के भाई को ब्लैकमेलिंग और वीडियो के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद, पीड़िता के पिता ने 15 फरवरी को पुरानी टोंक थाने में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने लड़की का मेडिकल परीक्षण करवाया और मामले की जांच शुरू कर दी। मामले की जांच टोंक सीओ राजेश विद्यार्थी कर रहे हैं।
पुलिस जांच जारी
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है। पीड़िता द्वारा बताई गई घटनास्थलों पर जाकर साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। एफएसएल टीम को भी जांच में शामिल किया गया है। फिलहाल, पुलिस ने चार संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनसे पूछताछ जारी है।
सोशल मीडिया जाल में फंसी किशोरी
8वीं कक्षा की छात्रा इस षड्यंत्र में तब फंसी जब एक किशोर ने सोशल मीडिया पर उससे दोस्ती की। धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और आरोपी ने किशोरी से उसका अश्लील वीडियो मंगवा लिया। इसके बाद, उसने वीडियो के जरिए उसे ब्लैकमेल कर पैसे की मांग की। बाद में, आरोपी ने यह वीडियो अपने दोस्त अरबाज को भेज दिया, जिसने भी किशोरी को ब्लैकमेल कर दुष्कर्म किया।
इसके बाद, अन्य लड़कों ने भी इस वीडियो को साझा किया और किशोरी को अलग-अलग स्थानों पर ले जाकर बार-बार दुष्कर्म किया। धमकियां देकर उसे चुप रहने के लिए मजबूर किया गया।
लोकलाज के डर से रही चुप
करीब डेढ़ साल तक पीड़िता समाज के डर से चुप रही, लेकिन जब उसका वीडियो वायरल होने और लगातार ब्लैकमेलिंग की खबर उसके भाई तक पहुंची, तब मामला सामने आया। इसके बाद, पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
चार आरोपी हिरासत में
एसपी विकास सांगवान ने बताया कि पुलिस ने चार आरोपियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है। मामले में आगे की कार्रवाई जांच पूरी होने के बाद की जाएगी। साथ ही, एफएसएल टीम ने घटनास्थल से सबूत भी जुटाए हैं। इस मामले की जांच डीएसपी टोंक कर रहे हैं।
निष्कर्ष: यह मामला सोशल मीडिया के गलत उपयोग और नाबालिगों के साथ होने वाले अपराधों की गंभीरता को दर्शाता है। पुलिस इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।