- SHARE
-
जयपुर। भारत आदिवासी पार्टी के नेता राजकुमार रोत की एक नक्शा जारी कर भील प्रदेश बनाने की मांग को भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ ने एक शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण राजनीतिक स्टंट करार देकर इसे प्रदेशद्रोह बताया था। इस पर अब राजकुमार रोत ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपनपे प्रतिक्रिया दी है।
राजकुमार रोत ने एक्स के माध्यम से कहा कि आदरणीय राठौड़ साहब, आप राजस्थान विधानसभा के सात बार सदस्य और नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। आप संसदीय कार्यप्रणाली के ज्ञाता हैं, जिसे मैंने मेरे 15वीं विधानसभा के कार्यकाल के दौरान अनुभव किया है। सदन की कार्यवाही के दौरान आप तुरंत एक पुस्तक लेकर खड़े होते थे और विधानसभा प्रक्रिया एवं कार्य संचालन नियमों का हवाला देते थे। ऐसे विद्वान राजनेता से मुझे भील प्रदेश की मांग के संबंध में इस प्रकार के बयान की कतई अपेक्षा नही थी।
आप द्वारा इस्तेमाल किए गए ‘प्रदेशद्रोह’ सहित विभिन्न असंसदीय शब्दों पर मुझे घोर आपत्ति है। आपने इन शब्दों का प्रयोग कर हमारे देश के कई महान नेताओं के साथ झारखंड, छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड का गठन करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का भी अपमान किया है। आपने वर्तमान राजस्व मंत्री के पिताश्री एवं आपके साथी कैबिनेट मंत्री रहे नंदलाल मीणा जी का भी अपमान किया है, जिन्होंने भील प्रदेश निर्माण की मांग का पुरजोर समर्थन किया था।
मैं आपको ध्यान दिलाना चाहता हूं कि भारत के संविधान में नवीन राज्यों के निर्माण और पुनर्गठन के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लेख है। स्वतंत्र भारत में विभिन्न आधार पर कई नए राज्यों का गठन हुआ है। भील प्रदेश भी राज्य बनने के लिए भाषाई-सांस्कृतिक-भौगोलिक एकरूपता, संसाधनों का असमान वितरण एवं आर्थिक विकास की जरूरत जैसे विभिन्न मापदंड पूरे करता है। हमारे पुरखों ने गोविंद गुरु के नेतृत्व में 1913 में अलग भील राज्य की स्थापना का स्वप्न देखा था, जो लोकतांत्रिक तरीके से अवश्य साकार होगा।
PC: patrika
अपडेट खबरों के लिए हमारा वॉट्सएप चैनल फोलो करें