जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने कहा कि युवा पीढ़ी में अपने समृद्ध इतिहास, संस्कृति तथा महापुरूषों के प्रति गौरव का भाव जाग्रत हो इसके लिए प्रदेश में वंशावली संरक्षण के काम को बढ़ावा देने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
राजे आज यहां अखिल भारतीय संस्कृति समन्वय संस्थान, जयपुर की ओर से आयोजित श्रद्धेय मुकुन्द आत्माराम पणशीकर स्मृति ग्रंथ विमोचन समारोह तथा भारत की सांस्कृतिक पहचान-चुनौतियां एवं संभावनाएं विषय पर राष्ट्रीय आख्यान को संबोधित कर रही थीं।
इस अवसर पर योग तथा आयुर्वेद के प्रसार पर जोर देते हुए उन्होंनेे कहा कि आज विकसित देश भी हमारे ऋषि-मुनियों द्वारा दिए गए बहुमूल्य ज्ञान को अपना रहे हैं। जीवन को नीरोग बनाने की इस पद्धति को बढ़ावा मिले, इसके लिए हमने इस बार के बजट में आयुर्वेद को महत्व देने की पूरी कोशिश की है।
राजे ने युवा पीढ़ी को देश-प्रदेश की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत से जोडऩे पर भी बल देते हुए कहा कि श्रद्धेय मुकुन्द आत्माराम पणशीकर जीवनपर्यन्त राष्ट्रसेवा के लिए समर्पित रहे। उन्होंने विशेषकर महाराष्ट्र में समाज को सही दिशा देने और जनजातियों के उत्थान के लिए समर्पित रहकर कार्य किया। -(एजेंसी)