लाहौर। पाकिस्तानी मानवाधिकार आयोग एचआरसीपी ने क्वेटा में एक पुलिस अकादमी पर घातक हमले की कड़ी निंदा करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से उनकी सरकार की आंतवाद से मुकाबले की रणनीति का नए सिरे से आकलन करने के लिए कहा जो उसके मुताबिक प्रभावी प्रतीत नहीं हो रही है।
आयोग ने कहा, ‘‘यह चिंताजनक स्थिति है जब पिछले कुछ वर्षों में आतंकवाद के मुकाबले पर विशेष ध्यान देने के बावजूद आतंकवादी क्वेटा जैसे प्रांतीय शहर में बड़ा हमला करने और इतने अधिक लोगों को हताहत करने में कामयाब रहे।’’
एचआरसीपी ने एक बयान में कहा कि देश की आतंक-निरोधी रणनीति के नए सिरे से आकलन की सख्त जरूरत है, जो कि प्रभावी होती प्रतीत नहीं हो रही है।
आयोग ने कहा कि क्वेटा में हमला करने वाले लोगों के बारे में अंदाजा लगाना अभी जल्दबाजी होगी लेकिन पाकिस्तान को अपने पड़ोसियों से खराब होते रिश्ते की तरफ गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।
गौरतलब है कि सोमवार की रात भारी हथियारों से लैस आत्मघाती पोशाक पहने आतंकियों ने एक पुलिस प्रशिक्षण कॉलेज पर हमला कर दिया था, जिसमें पुलिसकर्मियों समेत 61 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई और 100 से अधिक लोग घायल हो गए।