इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अपने ‘लंबित मुद्दों’ को हल करने में ‘कोई भूमिका निभाने की डोनाल्ड ट्रंप की इच्छा’ का आज स्वागत किया और दावा किया कि इसका संदर्भ कश्मीर मुद्दे से था।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप को फोन किए जाने के एक दिन बाद पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा, ‘‘पाकिस्तान और भारत के बीच जम्मू-कश्मीर सहित सभी लंबित मुद्दों को हल करने में भूमिका निभाने की ट्रंप की इच्छा का पाकिस्तान स्वागत करता है।’’
उन्होंने कहा कि शरीफ और ट्रंप के बीच फोन पर बातचीत प्रधानमंत्री की ओर से की गई ‘शिष्टाचार फोन वार्ता’ थी।
जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान के नेतृत्व ने ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद उनको बधाई संदेश भेजा था।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अमेरिका के साथ अपने संबंध को बहुत अधिक महत्व देते हैं और इसे आगे मजबूत देखने को उत्सुक हैं। हम नए प्रशासन के साथ नजदीक से काम करने को आशावान हैं। निर्वाचित राष्ट्रपति का इरादा पाकिस्तान का दौरा करने का है और हम इसका गर्मजोशी से स्वागत करेंगे।’’
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में दावा किया गया है कि ट्रंप ने शरीफ की सराहना की और पाकिस्तान की समस्याओं के समाधान में ‘कोई भी भूमिका’ निभाने की पेशकश की।
उधर, ट्रंप की सत्ता परिवर्तन टीम ने दोनों नेताओं की बातचीत को ‘उपयोगी’ बताया है।
जकारिया ने कहा कि पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह करता आ रहा है कि वह ‘कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा किए गए नरसंहार और मानवता विरोधी अपराधों’ का संज्ञान ले।