इंटरनेट डेस्क। तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने के आज पीएम मोदी के फैसले के बाद भी कई किसान नेता इससे असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। माना ये भी जा रहा कि अभी भी तीनों काले कृषि कानूनों पर तस्वीर अभी साफ नहीं हुई है। वहीं किसानों के लिए जमकर पैरवी करने वाले बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी विरोध जारी रखने की बात कही है। आज मीडिया से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे 750 लोगों की मौत के बाद सरकार जाग गई। उन्होंने 3 कृषि कानूनों को कहां वापस लिया? कागज़ कहाँ हैं? कागज दिखाओ...हम विरोध जारी रखेंगे...जब कृषि कानून वापस लिए जाएंगे, हम लौटेंगे।
इससे पहले, देशभर में आज शुक्रवार सुबह अन्नदाता किसान को लेकर एक बड़ा फैसला आया जिसके उन्हें पिछले एक साल से उम्मीद थी। लाखों किसानों पिछले वर्ष से लगातार तीनों कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए लगातार संघर्षरत थे। इस दौरान कई किसानों ने अपना जीवन तक गंवा दिया। हालांकि आज किसानों को लेकर तीनों कृषि कानूनों के रद्द करने का फैसला सुकूं देना वाला रहा। पीएम मोदी के फैसले पर राजस्थान में कांग्रेस के सीएम अशोक गहलोत ने भी इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। गहलोत ने कहा कि यह किसानों की बहुत बड़ी जीत है। मैं किसानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। उनके संघर्ष को सलाम करता हूं। सरकार ने यह फ़ैसला उत्तर प्रदेश चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया है।
पंजाब कांग्रेस के मुखिया और पूर्व सीएम नवजोत सिंह सिद्धू ने आज शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एक नया अध्याय शुरू होने वाला है इस जीत का श्रेय कोई भी लेने की कोशिश न करें क्योंकि इस जीत का सारा श्रेय संयुक्त किसान मोर्चा के सत्याग्रह को जाता है। उन्हें बहुत बदनाम करने की कोशिश की गई लेकिन वो डटे रहे।