नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि इतिहास, संस्कृति और ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ लड़ाई के मामले में भारत और बांग्लादेश की विरासत साझी रही है और दोनों देशों के बीच निरंतर सम्पर्क बढ़ाने से रिश्ते और प्रगाढ़ होंगे।
मुखर्जी उनसे मिलने आये बांग्लादेश के युवाओं के एक प्रतिनिधिमंडल को सम्बोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति ने कहा, आज का बांग्लादेश 1947 के विभाजन से पूर्व भारत का ही हिस्सा था और इस प्रकार इतिहास, संस्कृति और अन्य मामलों में साझी विरासत रही है।
उन्होंने दोनों देशों के बीच मेलजोल बढ़ाने की वकालत करते हुए कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच इस तरह के सम्पर्क द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूती प्रदान करेंगे।
इस अवसर पर युवा एवं खेल मामले के मंत्री विजय गोयल ने कहा कि बांग्लोदश से भारत का संबंध शाश्वत है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश बांग्लादेश की प्रगति में भारत की प्रगति निहित है।