नई दिल्ली। बिहार के मुख्यमंत्री एवं जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने की प्रतिबद्धता व्यक्त की ।
जदयू की दिल्ली इकाई के यहां आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की ।
उन्होंने कहा कि भोजपुरी प्रथम राष्ट्रपति की मातृभाषा थी । इसलिए इस भाषा को सम्मान मिलना चाहिए । जदयू अध्यक्ष ने कहा कि वह भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने के शुरू से हिमायती रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि मैथिली को यह दर्जा दिलाने की पहल बिहार से हुई थी और उसमें कामयाबी मिली थी। भोजपुरी को यह दर्जा दिलाया जाएगा ।
इससे पहले एक कार्यकर्ता ने मंच पर आसीन नेताओं से डॉ प्रसाद की जयंती पर भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए आवाज उठाने का आग्रह किया।