जम्मू कश्मीर। जम्मू कश्मीर में करीब चार महिने बाद शांति लौटी है, लेकिन अलगाववादी नेता फिर से घाटी के लोगों को भडक़ाने की कोशिश में लगे हुए है। ऐसे में राज्य सरकार के आदेश के बाद प्रशासन ने भी अलगाववादियों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है।
अलगाववादी नेता और जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष मुहम्मद यासीन मलिक के लाल चौक पर प्रदर्शन के ऐलान के बाद प्रशासन हरकत में आया गया और उसे हिरासत में लेने के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
डर कर मलिक एक मस्जिद में छिप गया, लेकिन पुलिस ने उसे मौके पर पहुंच कर गिरफ्तार कर लिया। गौरतलब है कि अलगाववादियों द्वारा लाल चैक पर विरोध मार्च निकालने की घोषणा की गई थी और ऐसे में यासीन मलिक इस मार्च का नेतत्व करने वाले थे।
दूसरी ओर पुलिस व सुरक्षा बल ने अलगाववादियों के प्रमुख नेता सैयद अली शाह गिलानी को उनके घर में ही नजऱबंद कर दिया था। मीरवाईज उमर फारूक को भी सुरक्षा बल ने पकड़ लिया। पुलिस द्वारा अलगाववादियों के घर पर छापा मार कार्रवाई कर कई प्रमुख नेताओं को पकड़ा जा रहा है जिससे अलगाववादियों का आंदोलन तेज न हो साथ ही कश्मीर में अलगाव व हिंसा न भडक़े और सुरक्षा व्यवस्था कमजोर न हो।