नई दिल्ली। कांग्रेस ने अपनी पूर्वोत्तर समन्वय समिति को फिर से गठित करते हुए मेघालय के मुख्यमंत्री मुकुल संगमा को क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए संयोजक बनाया। पार्टी का आरोप है कि भाजपा क्षेत्र को ‘‘अस्थिर करने में सक्रिय’’ है।
समिति की घोषणा करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र के समावेशी चरित्र को बचाने के लिए समिति बनायी गयी है जिसे भाजपा और संघ ने सांप्रदायिक रूप से धु्रवीकृत करने के लिए ‘‘कपटपूर्ण कोशिश’’ की है ।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पूर्वोत्तर भारत के समावेशी चरित्र की हिफाजत के लिए, उसकी एकता विविधता को बचाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष और कांग्रेस उपाध्यक्ष ने पूर्वोत्तर समन्वय कमेटी को फिर से गठित किया है।’’
पूर्वोत्तर कांग्रेस समन्वय समिति में मिजोरम के मुख्यमंत्री ललथनहवला, मणिपुर के मुख्यमंत्री आेकराम इबोबी सिंह, मेघालय पीसीसी प्रमुख डी डी लपुंग के अलावा असम, मणिपुर, त्रिपुरा, नगालैंड, अरूणाचल प्रदेश और सिक्कम के राज्य कांग्रेस प्रमुखों को इसका सदस्य बनाया गया है ।
असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरूण गोगोई और अरूणाचल प्रदेश, नगालैंड और मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्रियों को समिति के स्थायी आमंत्रितगण बनाया गया है।