नई दिल्ली। कांग्रेस के नेतृत्व में कुछ विपक्षी दलों ने सरकार पर नोटबंदी का लक्ष्य हासिल करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के इस्तीफे की मांग की।
कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, द्रमुक, झारखंड मुक्ति मोर्चा तथा कुछ अन्य दलों के नेताओं ने नोटबंदी के मुद्दे पर बैठक के बाद संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में नोटबंदी को आजादी के बाद का सबसे बडा घोटाला बताया और कहा कि इससे देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो गई है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने नोटबंदी का निर्णय काले धन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए किया था लेकिन वह इस लक्ष्य को हासिल करने में नाकाम रही है। नोटबंदी के चलते नोट बदलने का एक और भ्रष्टाचार शुरू हो गया।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के गरीब आदमी से 50 दिन मांगे थे जिसमें अब तीन ही दिन बाकी बचे हैं और स्थिति में कोई सुधार नहीं आया है। वह अपना वादा निभाने में नाकाम रहे हैं। उन्होंने कहा कि तीन दिन में कोई जादू होने वाला नहीं है तो क्या प्रधानमंत्री अपनी जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देंगे।