Operation Sindoor :  जानें कैसे चुने गए टार्गेट.. ऑपरेशन से जुड़ी सारी जानकारी...

Trainee | Wednesday, 07 May 2025 07:52:34 PM
Operation Sindoor  Know how the targets were selected.. Know all the information related to the operation

इंटरनेट डेस्क। 7 मई की सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को अंजाम दिया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ प्रमुख आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया। ये हमले भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना द्वारा संयुक्त रूप से 7 मई को रात्रि 1.05 बजे से 1.30 बजे के बीच किये गये। बुधवार को भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा निशाना बनाए गए नौ आतंकी शिविरों में मुजफ्फराबाद का सवाई नाला कैंप और सैयदना बेलाल कैंप, गुलपुर कैंप, अब्बास कैंप, बरनाला कैंप, सरजाल कैंप, महमूना जोया कैंप, बहावलपुर में मरकज तैयबा और मरकज सुभान शामिल हैं।

ऑपरेशन सिंदूर की जरूरत क्यों थी..

रक्षा अधिकारियों के अनुसार, 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों को न्याय दिलाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी और दर्जनों लोग घायल हो गए थे। सरकार ने इस हमले का कोडनेम ऑपरेशन सिंदूर रखा और इस ऑपरेशन को सीमा पार से जारी आतंकवाद के जवाब के रूप में बताया गया, जिसने भारत को दशकों से परेशान किया है।

ऑपरेशन सिंदूर क्यों महत्वपूर्ण है?

ऑपरेशन सिंदूर, जिसे पाकिस्तान में आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को नष्ट करने के स्पष्ट उद्देश्य से शुरू किया गया था, महत्वपूर्ण है क्योंकि यह पाकिस्तान के अपने क्षेत्र और पीओके में व्यवस्थित रूप से निर्मित, परिष्कृत आतंकी ढांचे पर सीधा प्रहार है। इस नेटवर्क में भर्ती और प्रशिक्षण केंद्र, हथियार प्रशिक्षण सुविधाएं, लॉन्च पैड और ऑपरेशनल बेस शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ कराने के लिए किया जाता है।

आतंकवादियों को मिलता था प्रशिक्षण

भारतीय सेना के अनुसार, ये केवल आतंकवाद को बनाए रखता है, बल्कि नई भर्तियों, रणनीतियों और लक्ष्यों के साथ लगातार विकसित होता रहता है। यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि इन लक्ष्यों में कुछ प्रमुख आतंकी शिविर शामिल हैं, जिनमें लश्कर और जैश के प्रशिक्षण केंद्र शामिल हैं, जहां पुलवामा और 2008 के मुंबई आतंकी हमलों में शामिल आतंकवादियों को प्रशिक्षित किया गया था।

 
लक्ष्य शिविरों को कैसे चुना गया और क्यों?

रक्षा अधिकारियों ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान लक्ष्यों का चयन विश्वसनीय, बहु-स्रोत खुफिया जानकारी पर आधारित था। इन विशिष्ट शिविरों की पहचान न केवल उनके रणनीतिक महत्व के लिए की गई थी, बल्कि भारत के खिलाफ पिछले और योजनाबद्ध आतंकवादी अभियानों में उनकी प्रत्यक्ष भागीदारी के लिए भी की गई थी। प्रत्येक लक्षित शिविर विशिष्ट हमलों से जुड़ा था या लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकवादी समूहों के कैडरों को प्रशिक्षण देने के लिए जाना जाता था।

PC : Hindustantimes 



 


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