लखनऊ/मणिपुर। विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बुधवार को यूपी और मणिपुर में अंतिम चरण की वोटिंग हो रही है। यूपी में सात जिलों की 40 सीटों पर वोटिंग हो रही है जबकि मणिपुर में 6 जिलों के 22 सीटों पर मतदान जारी है।
लाइव अपडेट्स
-यूपी में 2 बजे तक 37.38 प्रतिशत मतदान
-मणिपुर में 2 बजे तक 78 प्रतिशत मतदान
भदोही: 23.52
चंदौली: 21.50
गाजीपुर: 19.17
जौनपुर : 22.23
मिर्ज़ापुर: 26.43
सोनभद्र: 24.03
वाराणसी: 23.76
ईवीएम में खराबी से मतदान में हुई देरी
यूपी चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के तहत जौनपुर की नौ विधान सभा क्षेत्रों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में आई खराबी की वजह से तीन बूथों पर आधे घंटे से एक घंटे के बाद मतदान शुरू हो पाया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले के केराकत विधान सभा के भोगीपट्टी बूथ पर एक घंटे तक मतदान ईवीएम की खराबी के कारण बंद रहा। इसी तरह बदलापुर विधान सभा क्षेत्र के सरायगुंजा बूथ पर 55 मिनट और शाहगंज के कटघर बूथ पर ईवीएम में खराबी के कारण आधे घंटे बाद मतदान शुरू हुआ। जिले के कई और बूथों पर ईवीएम में आई मामूली खराबी से मतदान 15 से 20 मिनट देर से शुरू होने की सूचना है।
यूपी में 40 सीटों पर वोटिंग
यूपी विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए सात जिलों की 40 सीटों पर मतदान बुधवार सुबह सात बजे से शुरू हो गया। इसी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी शामिल है। नक्सल प्रभावित दुद्धी, राबर्टसगंज और चकिया सीटों पर मतदान सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक जबकि अन्य सभी मतदान केन्द्रों पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा।
काउंटिंग 11 मार्च को होगी
वाराणसी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली सीटों के अलावा नक्सल प्रभावित जिलों सोनभद्र, मिर्जापुर और चंदौली पर सबकी निगाहें टिकी हैं। सातों जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतगणना 11 मार्च को होगी। कुल 1.41 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का यूज कर सकेंगे। इनमें 64.76 लाख महिलाएं हैं। कुल 14,458 मतदान बूथ बनाये गये हैं। बीजेपी 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि चार-चार सीटें इसने अपने सहयोगी अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को दी हैं।
बसपा ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। सपा 31 सीटों पर लड़ रही है और उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस शेष नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही है। साल 2012 के राज्य विधानसभा चुनाव में 40 सीटों में से 23 सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की थी जबकि बसपा को पांच, बीजेपी को चार, कांग्रेस को तीन और अन्य को पांच सीटें मिली थीं. इस चरण में वाराणसी के अलावा गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र में मतदान हो रहा है। कुल 535 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
बसपा के 40, भाजपा के 32, सपा के 31, कांग्रेस के नौ, रालोद के 21 और राकांपा के पांच उम्मीदवार इसमें शामिल हैं। सबसे अधिक 24 उम्मीदवार वाराणसी कैण्ट सीट पर हैं तो सबसे कम छह उम्मीदवार केराकत (अनुसूचित जाति) सीट पर हैं। अंतिम चरण के लिए प्रधानमंत्री ने बीजेपी के प्रचार अभियान को ‘टाप गियर’ में डालते हुए वाराणसी में तीन दिन रोडशो किया था. वह मंदिरों में दर्शन करने गये और सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल हुए। इसके अलावा कई जनसभाएं भी कीं थीं।
मणिपुर में विधानसभा की 22 सीटों वोटिंग
मणिपुर में विधानसभा की 22 सीटों के लिए आखिरी चरण का मतदान बुधवार सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया। इसमें मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह के विधानसभा क्षेत्र थौबल पर सबकी नजर रहेंगी जहां उन्हें मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चुनौती दे रही हैं। ये 22 सीटें घाटी के जिले थौबल और पहाड़ी जिलों उखरल, चंदेल, तामंगलोंग और सेनापति के तहत आती ह.इनपर 98 उम्मीदवारों की किस्मत आज दांव पर लगी है।
राज्य में कुल 19,02,562 मतदाता हैं जिनमें 9,28,573 पुरूष और 9,73,989 महिलाएं शामिल हैं। इनमें करीब 45,642 लोग पहली बार अपने मत अधिकार का इस्तेमाल करेंगे। 60 सदस्यीय विधानसभा के दूसरे और आखिरी चरण के मतदान के लिये कुल 1,151 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।
मुंबई। घरेलू शेयर मार्केट आज गिरावट के साथ बंद हुए। बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 98 अंक गिरकर 28901 पर बंद हुआ। जबकि 50 शेयरों वाला एनएसई का प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 22 अंक गिरकर 8924 के स्तर पर बंद हुआ। बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज शुरूआती कारोबार में करीब 23 अंक की बढ़त के साथ खुला। एशिया के अन्य बाजारों में मिले-जुले रूख के बीच चुनिंदा प्रमुख कंपनियों के शेयरों में ताजा लिवाली तथा विदेशी पूंजी प्रवाह जारी रहने से बाजार में तेजी आयी।
हालांकि विधानसभा चुनावों के कल आने वाले एक्जिट पोल से पहले निवेशकों ने सतर्क रूख अपनाया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अगले सप्ताह ब्याज दर में वृद्धि को लेकर भी चिंता बढ़ी है।
तीस शेयरों वाला सूचकांक 22.76 अंक या 0.07 प्रतिशत की तेजी के साथ 29,022.32 अंक पर खुला। बैंक, स्वास्थ्य, बिजली, पूंजीगत सामान तथा रोजमर्रा के उपयोग का सामान बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में तेजी रही। सेंसेक्स में कल 48.63 अंक की गिरावट आयी थी।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 10.15 अंक या 0.11 प्रतिशत की तेजी के साथ 8,957.05 अंक खुला।
कारोबारियों के अनुसार निवेशकों की चुनिंदा शेयरों में लिवाली तथा एशिया के अन्य बाजारों में मिले-जुले रूख से कारोबारी धारणा को बल मिला।
एशिया के अन्य बाजारों में शुरूआती कारोबार में हांगकांग का हैंगसेंगे 0.48 प्रतिशत, शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.02 प्रतिशत मजबूत हुए जबकि जापान के निक्की में 0.50 प्रतिशत की गिरावट आयी।
जयपुर। राजस्थान विधानसभा में बुधवार को प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 14वीं विधानसभा में अपने कार्यकाल का चौथा बजट पेश कर रही हैं। चलिए आपको बताते हैं बजट भाषण की मुख्य बातें....
किसानों के लिए
एक ओर जहां सीएम वसुंधरा राजे का जन्मदिवस है तो वहीं दूसरी ओर बुधवार को ही अन्तरराष्ट्रिय महिला दिवस है। राजे ने अपने बजट भाषण की शुरुआत अपने तीन साल के कार्यकाल के दौरान राज्य को मिले पुरुस्कारों का जिक्र किया। उन्होंने यह भी दौहराया कि उन्हें प्रदेश की बागडोर खराब हालत में मिली और इसके बावजूद उनकी सरकार प्रदेश को लगातार विकास की ओर अग्रसर कर रही हैं। इससे पूर्व विधानसभा पहुंचने पर राजे को उनके जन्मदिन की बधाई देने वाले मंत्रियों और नेताओं में होड़ दिखी। राज्य बजट पेश करने से पहले विधानसभा अध्यक्ष कैलाश चन्द्र मेघवाल ने भी राजे को अपने और सदन की ओर से जन्मदिन की बधाई दी।
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के अवसर पर प्रदेश की सभी महिलाओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। राजे ने अपने संदेश में कहा कि आज देश और दुनिया में महिलाएं अपने अद्भुत आत्मबल, दृढ़ इच्छा-शक्ति और संकल्प के साथ हर क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना रही हैं। यह दिवस सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीति सहित सभी क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी के प्रति सम्मान को अभिव्यक्त करने तथा आत्मगौरव का प्रतीक है।
इस ऐतिहासिक दिन को ओर एतिहासिक बनाने के लिए सीएम वसुंधरा राजे प्रदेश की जनता के लिए खुशियों का पिटारा खोल सकती है। सूत्रों की माने तो इस बजट में प्रदेश सरकार जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कई लोक लुभावनी घोषणाए कर सकती है। वहीं इस बजट के लिए पूरे प्रदेश की जनता को इंतजार है क्योंकि इस बार के बजट से प्रदेश की जनता ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से कई उम्मीदें लगा रखी है।
वहीं इस बार का बजट मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के लिए भी एक बड़ी अहमियत रखता है क्योंकि प्रदेश सरकार कार्यकाल के सफल तीन साल गुजर चुकें हैं और आने वाले दो सालों में प्रदेश सरकार फिर से जनता के दिलों पर राज करने वाली है। क्योंकि दिसंबर 2017 में फिर से चुनाव होने वाले है। वहीं प्रदेश सरकार इस बार जनता से फिर चाहेंगी की वो भाजपा सरकार का साथ दें और इस बार भी पूर्ण बहुमत से प्रदेश में वसुंधरा राजे की सरकार बन पाए।
जकार्ता। भारत और उसके साथ हिंद महासागर क्षेत्र को साझा करने वाले 20 अन्य देशों ने मंगलवार को आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद से निपटने के एक दूसरे के प्रयासों का समर्थन करने का फैसला किया है। वहीं इस फैसले के साथ ही इस दिशा में सूचना साझा करने पर भी सभी देशों ने सहमति जताई।
हिंद महासागर रिम संघ आईओआरए के सदस्य देशों के नेताओं ने वैश्विक आतंकवाद निरोधक रणनीति और संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव समेत अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रासंगिक प्रस्तावों और घोषणाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी जोर दिया। इन नेताओं में भारत के उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी शामिल रहे।
इन देशों ने हिंसक उग्रवाद का मुकाबला करते हुए अंतरराष्ट्रीय कानून एवं मानवाधिकारों के प्रति अपने समर्थन को भी दोहराया। आईओआरए देशों के यहां आयोजित पहले सम्मेलन में आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद को रोकने और उसका मुकाबला करने पर जारी घोषणा में यह बात स्वीकार की गयी कि आतंकवाद अपने सभी स्वरूपों और प्रकारों में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा को गंभीर खतरा पहुंचाता है और आर्थिक विकास एवं सामाजिक समावेश को बाधित करता है।
घोषणा में संघ के नेताओं ने सहयोग और समन्वय बढ़ाकर, संवाद तथा सूचना साझेदारी बढ़ाकर, विशेषज्ञता आदि के माध्यम से आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद से होने वाले खतरे का मुकाबला करने के एक-दूसरे के प्रयासों का समर्थन करने का फैसला किया है।
सभी देशों के नेताओं ने आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद से प्रभावी तरीके से निपटने और उसके लिए सहायक परिस्थितियों पर ध्यान देने के लिए स्थानीय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय, सभी स्तरों पर सहयोग की जरूरत को रेखांकित किया।
इस घोषणा में युवाओं के कट्टरता की ओर बढऩे से उन्हें रोकने में माता-पिता, शिक्षकों, समुदाय के नेताओं, शिक्षा और सिविल सोसायटी के महत्व पर भी जोर दिया गया। इसमें हिंसक उग्रवाद को किसी भी धर्म, जातीय समूह, संस्कृति या राष्ट्रीयता से जोड़े जाने के किसी भी प्रयास को खारिज किया।
जयपुर। ये संयोग ही है कि राजस्थान की प्रथम महिला मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का जन्म दिन और अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस-दोनों की एक ही तिथि है। यही नहीं उन्होंने कई मामलों में नया इतिहास रचा है।
वसुंधरा राजे ने बीजेपी की पहली महिला प्रदेशाध्यक्ष के रूप में राजस्थान में पार्टी की बागड़ोर संभाली और परिवर्तन यात्रा के जरिए राजस्थान के हर हिस्से में गईं और आम जनता से रू-ब-रू हुईं, उनकी बातें सुनी और समस्याओं को समझा और अपनी बात उन तक पहुंचाई। राजे की परिवर्तन यात्रा का मकसद राजस्थान की जनता ने समझा और विधान सभा चुनाव में उन्हें बहुमत देकर जिताया।
जीवन परिचय
वसुन्धरा राजे का जन्म 8 मार्च 1953 को मुम्बई में हुआ। वो ग्वालियर राजघराने की पुत्री हैं। उनके पिता का नाम जीवाजीराव सिन्धिया और मां का नाम विजयाराज सिन्धिया है। वो मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता माधव राव सिंधिया की बहन हैं। उनका विवाह धौलपुर के एक जाट राजघराने में हुआ।
पहली बार बीजेपी को मिला था राजस्थान में पूर्ण बहुमत
राजे के नेतृत्व में बीजेपी को पहली बार बहुमत मिला। राजस्थान की राजनीति में धुरंधर रहे भैरोंसिंह शेखावत तक बीजेपी को कभी बहुमत नहीं दिला पाए, जबकि राजे ने न केवल पार्टी को बहुमत दिलाया, बल्कि शेखावत के शासन की खिलाफत कर सत्ता हासिल करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जो कि विधान सभा चुनाव में 156 सीट पर विजयी होकर राजस्थान के शासन की बागडोर संभाली थी, कांग्रेस को पहली बार तगड़ी शिकस्त देकर 156 से 56 पर लाकर छोड़ दिया।
राजे से पहले भाजपा के मुख्यमंत्री रहे शेखावत को सरकार बनाने के लिए हमेशा जोड़ तोड़ का सहारा लेना पड़ा। यहीं नहीं वसुंधरा राजे के पहले मुख्यमंत्रित्व काल के बाद यद्यपि बीजेपी शासन में नहीं आ सकी, किन्तु कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिला और गहलोत को भी जोड़-तोड़ के जरिए सरकार बनानी पड़ी।
विधायक
1985-90 सदस्य, 8वीं राजस्थान विधान सभा
2003-08 सदस्य, 12वीं राजस्थान विधान सभा में झालरापाटन से।
2008-13 सदस्य, 13वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से।
2013 सदस्य, 14वीं राजस्थान विधान सभा झालरापाटन से।
लोगों की समस्याओं से रू-ब-रू हुई राजे
राजस्थान विधानसभा के चुनाव होने के बाद दूसरी बार मुख्यमंत्री बने अशोक गहलोत से दूसरी बार सत्ता छीनने के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने सुराज संकल्प यात्रा के नारे के साथ दूसरी बार पूरे राजस्थान का दौरा किया और लोगों की समस्याओं से रू-ब-रू हुई। सुराज संकल्प यात्रा का जनता में अच्छा संदेश गया और राजे को दूसरी बार 163 सीटों के साथ विजयी बनाकर उनमें अपना विश्वास प्रकट किया।
इस बार कांग्रेस बहुत ही बुरी तरह से हारी जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी। कांग्रेस को बहुत मुश्किल से दस प्रतिशत सीटों पर जीत मिल सकी और उसे सदन में विपक्षी दल का दर्जा हासिल हो सका। राजस्थान में जब विधान सभा चुनाव हुए तब न तो कोई मोदी लहर थी और न ही बीजेपी का दबदबा था और इससे पहले राजस्थान में बीजेपी को इतनी सीटों पर कभी जीत नहीं मिली। यही नहीं जीत का यह सिलसिला थमा नहीं।
पहली बार लोकसभा में बीजेपी ने जीती पूरी सीटें
लोकसभा में पहली बार भारतीय जनता पार्टी सभी 25 सीटों पर विजयी रही। उसके बाद राजस्थान में शहरी सरकार यानी नगर पालिकाओं, नगर परिषदों और नगर निगमों के हुए चुनावों में भी भाजपा अव्वल रही और अभी हाल ही निपटे पंचायतीराज संस्थाओं के चुनावों में भी भाजपा ने कांग्रेस को पीछे धकेल दिया।
इसके विपरीत वसुंधरा राजे जो राजाशाही में जन्मी, पली, बढ़ी हुई और धौलपुर की महारानी बनी, जिसमें परिवर्तन यात्रा और सुराज संकल्प यात्रा के जरिए जनता से सीधा संबंध जोडक़र दोनों बार भारतीय जनता पार्टी को चुनाव में बहुमत दिलाकर विजय श्री का सेहरा बांधा। राजाशाही में राजे जो केवल धौलपुर की महारानी रही वही लोकशाही में जनता से सीधी जुडक़र पूरे राजस्थान की महारानी बन गई।
नई दिल्ली। बच्चों और बड़ों के बीच तेजी से लोकप्रिय हुई खट्टी-मीठी पल्स कैंडी ने बाजार में अपने टेस्ट से अलग जगह बनाई है। अब पल्स कैंडी ने बिजनेस में भी सबको पीछे छोड़ते हुए कमाई के मामले में नए आयाम स्थापित किए है। पल्स ने पिछले दो सालों में 300 करोड़ का बिजनेस कर लिया है। कई मल्टीनेशन टॉफी निर्माता कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए पल्स ने यह रिकॉर्ड बनाया है और बहुत कम समय में ही भारत की तीसरे नंबर की लोकप्रिय कैंडी साबित हुई।
डीएस ग्रपु के इस प्रोड्क्ट ने बाजार में आते ही धाक जमा ली थी। पिछले दस सालों से बाजार में छाई हुई एलपेनलीबे और मैंगो बाइट को पीछे छोड़ते हुए पल्स ने नंबर वन की पोजीशन पर कब्जा जमा लिया था।
मल्टीनेशल कंपनी ओरियो को पीछे छोड़ पल्स ने बिजनेस के मामले में यह मुकाम हासिल किया है। इकोनॉमिक्स टाइम्स की खबर के मुताबिक ओरियो ने साल 2011 में 283 करोड़ का बिजनेस रिकॉर्ड बनाया था।
डीएस ग्रुप के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट शशांक सुराना का कहना है कि पल्स ने अपने टेस्ट की वजह के लोगों की पसंद बनती जा रही है। अब हम इसे सिंगापुर, यूनाइडेट किंगडम और अमेरिका स्टोर्स में भी बेचने की तैयारी कर रहे हैं।
गौरतलब है कि पल्स कैंडी का मुंह में रखते है ही खट्टा-मीठा टेस्ट आता है कैंडी को तोड़ते ही उसमें से एक मसाला निकलता है जिसमें जलजीरे और खट्टे-मीठे का स्वाद आता है।
जयपुर। हिंदी फिल्म जगत में हमेशा से यही माना जाता है कि बॉक्स ऑफिस पर फिल्में सिर्फ अभिनेता के दम पर हिट होती है। लेकिन अब समय बदल चूका है। बॉलीवुड में अब कुछ अभिनेत्रियों ने इस सोच को बदलने का काम बखूबी किया है। उन्होंने कर दिखाया है कि अभिनेता ही नहीं अभिनेत्री भी अपने दम पर फिल्म हिट दे सकती है। आज हम आपको महिला दिवस के विशेष अवसर पर उन अभिनेत्रियों के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने यह सोच बदलने में बखूबी काम किया।
प्रियंका चोपड़ा-
बॉलीवुड में प्रियंका चोपड़ा का नाम उन अभिनेत्रियों में शामिल है जो अपने दम पर फिल्में हिट करवाती हैं। प्रियंका को 2005 अपनी फिल्म ‘ऐतराज’ के लिए फिल्मफेयर बेस्ट विलेन अवॉर्ड से नवाजा गया था। आपको बता दें कि प्रियंका ने बॉक्स ऑफिस पर ‘फैशन’ और ‘मेरी कॉम’ जैसी हिट फिल्में दी हैं। फिल्म ‘बर्फी’ में प्रियंका चोपका ने मंदबुद्धि का किरदार निभा कर सबको हैरान कर दिया।
प्रियंका बॉलीवुड में ही नहीं हॉलीवुड में भी अपनी पहचान बना चुकी है। प्रियंका अमेरिकी टेलीविजन शो क्वांटिको में काम कर अच्छी पहचान बना चुकी है। मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियंका औसतन एक फिल्म के लिए 9 करोड़ रुपये चार्ज करती हैं।
करीना कपूर-
बॉलीवुड में बेबो के नाम से मशहूर करीना कपूर ने भी अपने दम पर बॉक्स ऑफिस पर कई हिट फिल्में दे चुकी हैं। फिल्म ‘जब वी मेट’ और ‘की एंड का’ में करीना के अभिनय की खूब सरहाना हुई थी। मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार बॉलीवुड की बेबो औसतन एक फिल्म के लिए 9 करोड़ रुपये चार्ज करती हैं।
कंगना रनौत-
बॉलीवुड की ‘क्वीन’ के नाम से मशहूर अभिनेत्री कंगना ने एक दो नहीं बल्कि बॉक्स ऑफिस पर अपने दमदार अभिनय से कई हिट फिल्में दी हैं। इतना ही नहीं कंगना को अपनी 3 फिल्मों ‘फैशन’, ‘क्वीन’ और ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला है। मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार कंगना औसतन एक फिल्म के लिए 11 करोड़ रुपये चार्ज करती हैं।
दीपिका पादुकोण-
बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका का नाम हाल ही में दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्रियों में शामिल हुआ है। दीपिका को अपनी पहली ही फिल्म ‘ओम शांति ओम’ के लिए फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा दीपिका ने बॉक्स ऑफिस पर ‘पीकू’, ‘कॉकटेल’, ‘चेन्नई एक्सप्रेस’, ‘रामलीला’ और ‘बाजीराव मस्तानी’ जैसी हिट फिल्में दी हैं। आपको बता दें कि दीपिका अब हॉलीवुड फिल्मों की ओर रूख कर रही है। उनकी हाल ही में पहली हॉलीवुड फिल्म 'XXX: The Return of Xander Cage' रिलीज हुई है। मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार दीपिका औसतन एक फिल्म के लिए 12 करोड़ रुपये चार्ज करती हैं।
विद्या बालन-
अपने बोल्ड किरदारों के जरिए बॉलीवुड में पहचान बनाने वाली विद्या बालन ने अपनी दमदार परफॉर्मेंस के जरिए बॉक्स ऑफिस पर एक दो नहीं बल्कि कई हिट फिल्में दी हैं। आपको बता दें कि विद्या को फिल्म ‘कहानी’ के लिए नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया था। इसके अलावा विद्या ने बॉक्स ऑफिस पर ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ और ‘भूल भुलैया’ जैसी हिट फिल्में दी हैं। मीडिया में आई कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार विद्या औसतन एक फिल्म के लिए 7 करोड़ रुपये चार्ज करती हैं।
न्यूयार्क। विश्व नम्बर वन अमेरिका की सेरेना विलियम्स घुटने की चोट के कारण इंडियन वेल्स और मियामी ओपन टेनिस टूर्नामेंटों हट गई हैं।
इन टूर्नामेंटों में अपनी अनुपस्थिति के कारण सेरेना पर अपना शीर्ष स्थान जर्मनी की खिलाड़ी एंजेलिक केर्बर के हाथों गंवाने का खतरा रहेगा, जो इस समय विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज है।
जानकारी के अनुसार सेरेना को अपनी नंबर एक रैंकिंग बचाने के लिए इंडियन वेल्स के सेमीफाइनल तक पहुंचना जरूरी था, लेकिन उनके टूर्नामेंट से हटने के बाद केर्बर के पास वापस शीर्ष पर पहुंचने का मोका रहेगा।
हाल ही में ऑस्ट्रेलियन ओपन अपने नाम कर 23 ग्रैंड स्लेम की उपलब्धि हासिल करने वाली सेरेना कैलिफोर्निया में होने वाले इंडियन वेल्स में दो बार चैंपियन रह चुकी हैं। वहीं मियामी ओपन में सेरेना ने आठ बार खिताब अपने नाम किया है। यह टूर्नामेंट 20 मार्च से दो अप्रैल तक होने हैं।
सेरेना ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि दुख के साथ मुझे इंडियन वेल्स और मियामी से नाम वापस लेना पड़ रहा है। मैं अपने घुटने की चोट के कारण पिछले काफी समय से ट्रेनिंग नहीं कर पाई हूं। मुझे इन टूर्नामेंटों में नहीं खेल पाने का अफसोस है, लेकिन मैं सकारात्मकता के साथ आगे बढूंगी और कोर्ट पर जल्द वापसी की कोशिश करूंगी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण के लिए सात जिलों की 40 सीटों पर मतदान आज सुबह सात बजे से शुरू हो गया। इसी चरण में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी शामिल है। नक्सल प्रभावित दुद्धी, राबर्टसगंज और चकिया सीटों पर मतदान सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक जबकि अन्य सभी मतदान केंद्रों पर सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान होगा।
वाराणसी संसदीय क्षेत्र के तहत आने वाली सीटों के अलावा नक्सल प्रभावित जिलों सोनभ, मिर्जापुर और चंदौली पर सबकी निगाहें टिकी हैं। सातों जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये हैं। मतगणना 11 मार्च को होगी। कुल 1.41 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। इनमें 64.76 लाख महिलाएं हैं। कुल 14,458 मतदान बूथ बनाये गये हैं। भाजपा 32 सीटों पर चुनाव लड़ रही है जबकि चार-चार सीटें इसने अपने सहयोगी अपना दल और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को दी हैं।
बसपा ने सभी सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं। सपा 31 सीटों पर लड़ रही है और उसकी गठबंधन सहयोगी कांग्रेस शेष नौ सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वर्ष 2012 के राज्य विधानसभा चुनाव में 40 सीटों में से 23 सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की थी जबकि बसपा को पांच, भाजपा को चार, कांग्रेस को तीन और अन्य को पांच सीटें मिली थीं।
इस चरण में वाराणसी के अलावा गाजीपुर, जौनपुर, चंदौली, मिर्जापुर, भदोही और सोनभ में मतदान हो रहा है।
कुल 535 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। बसपा के 40, भाजपा के 32, सपा के 31, कांग्रेस के नौ, रालोद के 21 और राकांपा के पांच उम्मीदवार इसमें शामिल हैं। सबसे अधिक 24 उम्मीदवार वाराणसी कैण्ट सीट पर हैंं तो सबसे कम छह उम्मीदवार केराकत अनुसूचित जाति सीट पर हैं।
अंतिम चरण के लिए प्रधानमंत्री ने भाजपा के प्रचार अभियान को ‘टाप गियर’ में डालते हुए वाराणसी में तीन दिन रोडशो किया था। वह मंदिरों में दर्शन करने गये और सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल हुए। इसके अलावा कई जनसभाएं भी कीं थीं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी जमकर चुनाव प्रचार किया। अखिलेश के साथ उनकी पत्नी डिम्पल ने भी कई चुनावी सभाएं कीं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने रोहनिया में रैली की थी। जिन दिग्गजों की किस्मत इस चरण में दांव पर लगी है, उनमें पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश, पारसनाथ यादव, अजय राय, पूर्व सांसद धनंजय सिंह, बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई सिगबतुल्लाह अंसारी और जेल में बंद माफिया मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह शामिल हैं।
मणिपुर में विधानसभा की 22 सीटों के लिये आखिरी चरण का मतदान आज सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हो गया। इसमें मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह के विधानसभा क्षेत्र थौबल पर सबकी नजर रहेंगी जहां उन्हें मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला चुनौती दे रही हैं।
ये 22 सीटें घाटी के जिले थौबल और पहाड़ी जिलों उखरल, चंदेल, तामंगलोंग और सेनापति के तहत आती हैं। इनपर 98 उम्मीदवारों की किस्मत आज दांव पर लगी है।
राज्य में कुल 19,02,562 मतदाता हैं जिनमेंं 9,28,573 पुरूष और 9,73,989 महिलाएं शामिल हैं। इनमें करीब 45,642 लोग पहली बार अपने मत अधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
60 सदस्यीय विधानसभा के दूसरे और आखिरी चरण के मतदान के लिये कुल 1,151 मतदान केंद्र स्थापित किये गये हैं।
चुनाव आयोग ने मतदान को मुक्त और निष्पक्ष बनाये रखने के लिये सुरक्षा व्यवस्था में विस्तार किया है और केंद्रीय सुरक्षा बलों की 280 कंपनियों को यहां तैनात किया है।
डुनेडिन। डीन एल्गर (128) की नाबाद शतकीय पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने न्यूजीलैंड के खिलाफ संघर्ष करते हुए पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन चार विकेट पर 229 रन बनाए।
पहले दिन मेहमान टीम की शुरुआत काफी खराब रही। उसने अपने तीन विकेट केवल 22 रन के स्कोर पर ही गंवा दिए। इसके बाद सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर ने अपना सातवां टेस्ट शतक लगाते हुए कप्तान फॉफ डु प्लेसिस (52) के साथ चौथे विकेट के लिए 126 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को उबारा।
एल्गर ने पूरे दिन बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 128 रन बनाए। उन्होंने अब तक 262 गेंदों का सामना करते हुए 22 चौके जड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका की ओर से सलामी बल्लेबाज स्टीफन कुक (3), हाशिम अमला (1), और जेपी डुमिनी (1) अपनी टीम को विशेष योगदान नहीं दे सके।
कुक को ट्रेंट बोल्ट ने पगबाधा आउट किया। उसके बाद नील वैगनर ने अमला और डुमिनी को पवेलियन की राह दिखाई। वहीं कप्तान डु प्लेसिस का विकेट जेम्स नीशाम ने लिया। डु प्लेसिस ने अपनी अर्धशतकीय पारी में 118 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके मारे।
इसके बाद एल्गर और बावुमा (38) ने दिन का खेल खत्म होने तक मेहमान टीम को और झटके नहीं लगने दिए। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 81 रन की साझेदारी की।
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