इसी जन्म का परिणाम है ये
पिछले जन्म की बात नहीं है
सावन-सावन हरा-भरा दिन
पतझड़ वाली रात नहीं है
उम्मीद मेरी गुलजार अभी है
तमन्ना मेरी आहत नहीं है
आज अभी में मेरा जीवन
कल की कोई चाहत नहीं है
जीवन का सबसे बड़ा सफलता का मंत्र है-वर्तमान। जिसने भी वर्तमान को समझा, जाना और माना, वही व्यक्ति, उन लोगों से कहीं आगे निकल गया जो गई गुजरी बातों अर्थात् गुजरी हुई बातों में पड़े रहते हैं, डस्टबिन के कचरे की तरह या फिर भविष्य की अकल्पनीय कल्पनाओं में खोये रहते हैं, और इसका मतलब यह होता है कि वे वर्तमान में जिंदा नहीं रहते हैं बल्कि वर्तमान को जिंद समझते हैं।
यह कैसे सम्भव हो सकता है कि एक वाहन चालक पीछे मुड़-मुडक़र देखे और अपने से बहुत आगे देखे, यदि कोई वाहन चालक ऐसा करेगा तो वह न केवल स्वयं मरेगा बल्कि औरों को भी मार देगा वक्त से पहले ही। उसे अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए, सुरक्षित रहने के लिए, सुखी और खुश रहने के लिए अपने ठीक सामने देखकर गाड़ी चलाना ही होगा, तभी वह एक सफल और दक्ष वाहन चालक हो सकता है।
ठीक उसी तरह यदि कोई व्यक्ति अपने भूतकाल के चिपका रहे या फिर भविष्य को लेकर भय और शंकाओं से भरा रहे तो ऐसा व्यक्ति हमेशा कहता रहता है कि मैं तो टाइम-पास कर रहा हूं, मैं ठीक नहीं हूं, मैं गरीब हूं, मेरी किस्मत अच्छी नहीं है, मेरे दिनमान खराब चल रहा है, मुझे कोई सफलता नहीं मिलती है, मेरा कोई साथ नहीं देता है, मुझे सब परेशान करते हैं, मैं बहुत परेशान और दु:खी हूं, तो वह इस प्रकार की बात कहकर सच में ही स्वयं को परेशानी और संकट में डाल लेता है।
यदि आप अपने जीवन के आनंद लेना चाहते हैं तो केवल और केवल वर्तमान में रहें, वर्तमान में कहें, वर्तमान में जिएं, वर्तमान को मानें और इसे आनंदित करने की ठानें।
प्रेरणा बिन्दु:-
जमाना रूठे साथ छूटे, हमको कोई मिला नहीं है
अम्बर गरजे धरती तडक़े, हमको कोई गिला नहीं है
अपना टोके पराया रोके हमको कोई गिला नहीं है
पतझड़ रोये सावन सोये, हमको कोई गिला नहीं है।