अजमेर। राजस्थान के अजमेर में चांद की शहादत के बाद मुस्लिम समुदाय में ईद मिलादुन्नबी का त्योहार जोर शोर से मनाने की तैयारी की जा रही है।
पैगंबर मोहम्मद साहब के योम-ए-पैदाइश के मौके पर रबीउल अव्वल माह की शुरूआत के साथ दरगाह और ख्वाजा साहब के खादिमों की दोनो संस्थाओं अंजुमनों की ओर से पैगंबर साहब का चार दिवसीय जन्मोत्सव मनाया जाएगा। अंजुमन के सचिव हाजी वाहिद हुसैन अंगारा ने बताया कि 9 तारीख से शुरू होने वाला चार दिवसीय समारोह बारह तारीख को बारहबफात के जुलूस के साथ संपन्न होगा।
सूफी इंटरनेशनल की ओर से निकाले जाने वाले इस जुलूस में स्थानीय मुस्लिम समुदाय के अलावा समीपवर्ती कायड़, गगवाना, माकड़वाली, और सोमलपुर जैसे मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के मुस्लिम लोग जुलूस में पैगंबर साहब की झांकियां उनके संदेश अनेक मॉडल्स के अलावा मोहम्मद पैगंबर के झंडे (निशान) को लेकर गाजेबाजे के साथ दरगाह के समीप ढाई दिन के झोपड़े से शुरू होकर दरगाह, दरगाह बाजार, धानमंडी, दिल्ली गेट, गंज गुरुद्वारा, महावीर सर्किल होते हुए सुभाष उद्यान पहुंचेगा जहाँ धर्मसभा में पैगंबर साहब की शिक्षाओं और उनके प्रेरणादाय प्रसंगों का बखान करने के बाद लंगर तकसीम किया जाएगा।
सूफी इंटरनेशनल के संयोजक शेखजादा जुल्फिकार चिश्ती ने कार्यक्रम एवं जुलूस को सफल बनाने के लिए पदाधिकारियों में कार्य का बंटवारा कर दिया है। दूसरी ओर अजमेर शहर जिला कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अब्दुल रशीद ने प्रशासन को पत्र लिखकर 12 दिसंबर को सूखा दिवस घोषित करने की मांग की है।