नई दिल्ली। रियो ओलंपिक से अपने अपने देश लौटे दुनियाभर के सभी खिलाड़ियों की उपलब्धियों पर जश्न मना रहे है और उनका स्वागत कर रहे है वही एक देश ऐसा भी है जहां के खिलाड़ियों ने न सिर्फ बेहतर प्रर्दशन करने के बाद भी वहां की सरकार से खिलाडि़यों को सजा मिलने का डर सता रहा है।
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इस देश में मेडल ना जीत पाने वाले खिलाड़ियों को अब सजा के तौर पर कोयले के खदान में काम करना पड़ सकता है और तो और साथ ही उनके राशन को भी बंद किया जा सकता है। इस तरह की सजा देने वाले देश का नाम उत्तर कोरिया है और वहाँ के तानाशाह शासक किम जोंग ने सजा का फरमान सुनाया है ।
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इतना ही नहीं एक खिलाडी को मैडल जीतने के बाद भी अपनी मौत का डर सता रहा है। इस खिलाडी के डर की वजह अपने धुर विरोधी देश के खिलाडी के साथ सेल्फी है। एक कोरियाई महिला खिलाड़ी मेडल जीतने के बाद से रियो ओलंपिक में सेल्फी लेते देखी गई लेकिन अब वह मौत की सजा के डर के साए में है। क्योंकि किंम जोंग ने उत्तर कोरिया में सेल्फी और अन्य संचार के साधनों को बैन कर रखा है। अन्य खिलाड़ियों के दर वजह किम जोंग का दिया हुआ टारगेट है। जोंग चाहते थे कि खिलाड़ी 2012 के ओलंपिक से भी ज्यादा मेडल जीतें लेकिन खिलाड़ी ऐसा करने में कामयाब नहीं हुए। जोंग ने खिलाड़ियों को रियो ओलंपिक में कम से कम 4 गोल्ड मेडल जितने का टारगेट दिया था। जिसकी वजह से उनको इस तरह की अजैब सजा सुनाई गयी है।