एक नयी रिपोर्ट के अनुसार फंडिंग का काम पूरा होने के साथ फ्लिपकार्ट eBay इंडिया पर अधिग्रहण करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इसका मतलब यह है कि अब इस कंपनी के पास इ-कॉमर्स का एक बड़ा हिस्सा कब्जे में होगा जो कि अमेज़न इंडिया को पीछे छोड़ने के लिए काफी है। ऐसा कहा जाता है कि फ्लिपकार्ट ने $ 2 बिलियन की फंडिंग के बाद इसका अधिग्रहण किया है।
करीब 10 अरब डॉलर का मूल्यांकन (2015 से काफी नीचे) के साथ, फ्लिपकार्ट ईबे, माइक्रोसॉफ्ट और Tencent Tencent जैसे कुछ बड़े नामों को हासिल करने में कामयाब रहा। ऐसा कहा जाता है कि अमेरिकी रिटेल juggernaut Walmart अभी भी फ्लिपकार्ट के साथ वार्ता में है, और कंपनी इस कंपनी में मीडियम टर्म का इन्वेस्ट कर सकती है।
ईबे का अधिग्रहण इन दोनों कंपनियों के लिए एक जीत की स्थिति हो सकती है। ईबे इंडिया को बहुत सी उथल पुथल के दौर से गुज़रना पड़ा है क्योकि इसके MD ने इस कंपनी को छोड़ दिया था, और इस कंपनी का त्याग किये उन्हें ज्यादा समय नहीं हुआ है। लेकिन अब सभी यह जानने को व्याकुल है कि इन कंपनियों के मेल से अन्य कंपनियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। क्या ईबे इंडिया का अस्तित्व अब समाप्त हो जाएगा या ये अभी भी स्वंत्रत रूप से काम करेगी? हम अभी भी इस बात के स्पष्टीकरण का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि ई-कॉमर्स क्षेत्र अब अविश्वसनीय रूप से प्रतिस्पर्धी बन गया है।
ईबे इंडिया पर अपने आइटम्स का एक लार्ज कलेक्शन उपलब्ध है, साथ ही साथ वो इंडिया में और इंडिया के बाहर भी शिपमेंट की सुविधा उपलब्ध करवाती थी। तो फ्लिपकार्ट को भी ईबे के कुछ फीचर्स को अपनाना चाहिए जैसे कि इंटरनेशनल शिपिंग।क्योकि इ-कॉमर्स अन्य देशों में शिपिंग का बहुत महत्व है। अमेज़न भी इस सुविधा को उपलब्ध करवाता है तो इस बात की बहुत अधिक सम्भावना है कि फ्लिपकार्ट भी इस सुविधा को अपना लेगा।