नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के देश भर में मौजूद 391 टोल प्लाजा पर अब ई-वॉलेट ‘मोबिक्विक’ के जरिए टोल का भुगतान किया जा सकेगा। कंपनी ने आज यहां एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इसके लिए उसे प्राधिकरण से अनुमति मिल गई है। एक हजार रूपए तथा 500 रूपए के पुराने नोटों पर प्रतिबंध के मद्देनजर सरकार ने 02 दिसंबर तक सभी टोल प्लाजा पर शुल्क नहीं वसूलने का फैसला किया है।
बैंकों तथा एटीएम से पैसे निकालने की सीमा तय होने से लोगों के पास नकदी की कमी के परिप्रेक्ष्य में 2 दिसंबर के बाद भी टोल शुल्क के नकद भुगतान में दिक्कत हो सकती है। इसे देखते हुये सरकार ने सभी टोलों पर क्यूआर कोड वाले सेंसर लगाने का फैसला किया है।
मोबिक्विक ने बताया कि जल्द ही इस क्यूआर कोड के माध्यम से उसके ई-वॉलेट के जरिए टोल चुकाया जा सकेगा। कंपनी के सहसंस्थापक बिपिन प्रीत सिंह ने इस सुविधा के बारे में बताते हुये कहा वॉलेट भुगतान को सर्वव्यापी बनाने की दिशा में सरकार के सहयोग की हम प्रशंसा करते हैं। हमने नोटबंदी के मद्देनजर यह पहल की है जिससे नकदी की किल्लत के बीच राजमार्गों पर जाम कम हो।
टोल चुकाने के लिए उपभोक्ता को अपना मोबिक्विक ऐप ऑन करके टोल प्लाजा पर लगे क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा। इसके बाद ऐप टोल प्लाजा का नाम और लेन नंबर दिखाएगा। उपभोक्ता टोल ऑपरेटर द्वारा बताई गई राशि तथा अपनी गाड़ी का नंबर डालकर पे पर क्लिक करेगा और भुगतान हो जाएगा।