जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने आज सभी जिला कलक्टरों से कहा है कि सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से जनसमस्याओं का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण किया जाए।
राजे आज जिला कलेक्टर-एसपी कॉन्फ्रेंस में जिला कलक्टरों द्वारा किए गए नवाचारों पर आधारित सत्र को संबोधित कर रही थीं।
उन्होंने कहा कि हर हाल में आम नागरिकों को बेहतर सेवा मिलनी चाहिए इसके लिए मोबाइल एवं वेब प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही, इनके उपयोग से स्वच्ता, सौन्दर्य, जल संरक्षण, वृक्षारोपण जैसे अभियानों में सामुदायिक भागीदारी भी बढ़ाई जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला कलक्टरों से कहा कि वे अपनी कार्यशैली में आईटी पर आधारित नवाचारों का समावेश करें। छोटे-छोटे नवाचारों के जरिए आमजन के चेहरे पर मुस्कान लाई जा सकती है।
उन्होंने अजमेर, चित्तौडग़ढ और उदयपुर जिला प्रशासनों द्वारा सड़क सुरक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में शुरू किए गए मोबाइल एप सहित विभिन्न जिलों में किए जा रहे सूचना प्रौद्योगिकी नवाचारों की सराहना की।
उन्होंने सभी जिला कलेक्टर अपने जिलों में जनप्रतिनिधियों एवं आम जनता के सहयोग से बिजली ीजत को 15 प्रतिशत के नीचे लाने के सरकार के लक्ष्य को पूरा करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
गायों की मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए राजे ने पॉलिथीन बैग की रोकथाम के लिए लोगों में जागृति लाने के लिए कलक्टरों को विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि लोगों को इस बारे में जागरूक करना होगा कि पॉलिथीन के माध्यम से जो विषैले तत्व खाद्य पदार्थों में मिल जाते हैं वे कैंसर जैसे घातक रोगों का कारण बनते हैं। सड़कों पर कचरे में फेंकी गई पॉलिथीन गायों के लिए जानलेवा बन जाती है। ऐसे में हमें गायों की रक्षा के लिए पॉलिथीन के इस्तेमाल पर रोक लगानी होगी।
अजमेर कलेक्टर गौरव गोयल, अलवर कलेक्टर मुक्तानंद अग्रवाल, चूरू कलेक्टर ललित कुमार गुप्ता, डूंगरपुर कलेक्टर सुरेन्द्र कुमार सोलंकी, झालावाड़ कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, नागौर कलेक्टर राजन विशाल, राजसमन्द कलेक्टर अर्चना सिंह एवं उदयपुर कलेक्टर रोहित गुप्ता ने अपने जिलों में किए गए नवाचारों के बारे में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अवगत कराया।
भाषा