जयपुर। राजस्थान में नगदी की कमी के कारण बैंकों में लोगों को काफी परेशानी आ रही है लेकिन कुछ एटीएम चालू होने तथा पेट्रोल पंपों पर रुपए मिलने की सुविधा होने से राहत देखी जा रही है।
बैंकों के आगे लाईने छोटी होने का एक कारण स्याही का निशान लगाना भी माना जा रहा है। ज्यादातर बैंकों में आज भी नगदी की कमी देखी गई तथा कई बैंकों में दस दस के सिक्के तथा फटे पुराने नोट देने से भी लोगों में नाराजगी देखने को मिल रही है। कई बैंकों ने भीड़ कम करने के लिए टोकन व्यवस्था भी शुरु की है।
बैंकों में साढ़े चार हजार की जगह दो हजार रुपए के पुराने नोट बदलने और दो हजार रुपए की ही निकासी की व्यवस्था होने से भी लोगों में निराशा हो रही है। लोग अब बैंक के बजाए एटीएम की ओर रुख करने लगे हैं लेकिन उनमें भी पर्याप्त राशि नहीं होने से उन्हें खाली लौटना पड़ रहा है। हालांकि एसबीआई के एटीएम के सुचारु रुप से चलने के कारण लोगों को राहत मिल रही है।
बैंकों में पर्याप्त नगदी नहीं पहुंच रही है जिससे लोग वैकल्पिक व्यवस्था की तरफ भी बढ़ रहे हैं। लोग पेट्रोल पंपों पर भी नगदी ले रहे हैं लेकिन यह व्यवस्था सब पेट्रोल पंपों पर उपलब्ध नहीं है। लोगों का कहना है कि बैंक में नगदी जमा करने में कोई परेशानी नहीं है लेकिन निकासी में सिर्फ दो हजार रुपए ही मिल रहे हैं जबकि चौंबीस हजार रुपए की निकासी के निर्देश दिए जा चुके हैं। बैंकों में इन निर्देशों की पालना नहीं हो रही हैं।
नोट बदलवाने वालों की ऊंगली पर स्याही का निशान लगाने की व्यवस्था करने से भी भीड़ कम हुई है। यह माना जा रहा था कि लाईन में लगे ज्यादातर लोग काले धन को सफेद बनाने की कोशिश में थे।
शादी वाले घरों में नगदी की समस्या हल करने के लिए केन्द्र सरकार के नए निर्देशों से लोगों में राहत देखी जा रही है।