जयपुर। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत राजस्थान में जैम एण्ड ज्वैलरी उद्योग के दस हजार कुशल कारीगर प्रशिक्षित किए जाएंगे। जैम एण्ड ज्वैलरी स्किल काउंसिल ऑफ इण्डिया, इण्डियन इंस्टिट्यूट ऑफ जैम एण्ड ज्वैलरी एवं ज्वैलरी एसोसिएशन जयपुर ने आज यहां इस बारे में समझौता किया हैं।
जैम एण्ड ज्वैलरी स्किल काउन्सिल ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष प्रेम कुमार कोठारी ने बताया कि कारीगरों के हुनर को मान्यता देने और उन्हें प्रमाणित करने के उद्देश्य से यह समझौता किया गया है।
उन्होंने बताया कि अब तक देशभर में एक लाख से ज्यादा कारीगरों को कौशल विकास का प्रमाण पत्र दिया जा चुका है जो निजी क्षेत्र में नौकरी करने के साथ स्वयं का व्यवसाय कर रहे है। उन्होंने बताया कि ज्वैलरी उद्योग में 35 लाख कुशल कारीगरों की जरूरत है।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर में टनों चांदी के आभूषण बनाने वाले कारीगरों को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया गया जिसके बाद वे अलग-अलग डिजायनों के गहने बनाकर निर्यात में सक्षम हुए हैं। उन्होंने बताया कि तहाड़ जेल में महिला कैदियों को भी गहने बनाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा।