अगरतला। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला के रामठाकुर कॉलेज में कल माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की छात्र इकाई स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और तृणमूल कांग्रेस की छात्र इकाई तृणमूल छात्र परिषद के समर्थकों के बीच हुए संघर्ष में 17 छात्र घायल हो गए।
दोनों संगठनों की ओर से एक-दूसरे पर हिंसा भडक़ाने के दो अलग-अलग मामले दर्ज कराए गए हैं। हालांकि इस संबंध में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। घायल सात छात्रों को कल रात अगरतला सरकारी मेडिकल कॉलेज (एजीएमसी) में भर्ती किया गया है।
उप मंडल पुलिस अधिकारी सुदीप पाल के मुताबिक स्थिति को सामान्य करने के लिए समुचित कदम उठाए गए हैं और दोनों गुटों को शांति बनाये रखने के लिए कहा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
छात्र परिषद के नेताओं ने आरोप लगाया कि कॉलेज में सदस्यता शुल्क संग्रह करने के दौरान एसएफआई कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला कर दिया। पहले छात्र परिषद के कार्यकर्ताओं ने सदस्यता शुल्क संग्रह करने से उन्हें रोका, इसके बाद इन्कार करने पर डंडों से हमला कर दिया। छात्र परिषद के नेता समीर दास ने कहा, घायलों में 13 हमारी पार्टी के हैं। शिक्षकों और पुलिसकर्मियों के एक वर्ग ने एसएफआई से मिलकर मामले को जटिल बना दिया।
दूसरी ओर एसएफआई ने आरोप लगाया कि परिषद के कार्यकर्ता शराब के नशे में थे और परिसर में अव्यवस्था फैला रहे थे। एसएफआई समर्थकों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया लेकिन वे हिंसक हो उठे। इनमें से एक कॉलेज से भागने के क्रम में घायल हो गया।
दूसरी तरफ शराब पीने और देसी दवा के सेवन के बाद बीमार पडऩे से एनआईटी अगरतला के 150 छात्रों को एजीएमसी और एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एनआईटी अधिकारियों के मुताबिक ये छात्र छात्रावास में उत्सव मना रहे थे । अभिभावकों का आरोप है कि गत दो वर्षाें के दौरान एनआईटी में शैक्षणिक स्तर में गिरावट आई है।