सोरायसिस एक त्वचा संक्रमण है जो शरीर के किसी भी भाग पर हो सकता है। शुरुआत में यह त्वचा की सतह पर खुजली के रूप में आती है और धीरे धीरे एक मोटी पपड़ी के रूप में जगह बना लेती है। यह हाथ-पांव, सिर के पीछे, बालों के अदंर, हथेलियों, तलवों तथा पीठ पर फैलती है।
सोरायसिस का अगर शुरु में ही इलाज कर लिया जाए तो आगे चल कर यह ठीक हो जाती है। इसके लिये कुछ घरेलू उपचार भी हैं जिसके बारे में हम आज चर्चा करेंगे। लेकिन अगर यह रोग दिन पर दिन बढ़ता हुआ न$जर आ रहा है तो डॉक्टर से परामर्श लेना बिल्कुल भी न भूलें।
एक छोटे कप में ऑलिव ऑइल डालें, उसमें 2 बूंद कैंड्यूला ऑइल और 1 चम्मच ओरीगैनो ऑइल मिक्स करें। इसे प्रभावित एरिया पर लगाएं।
अगर सिर पर सोरायसिस है तो, 4 कप पानी में 4 गेंदे के फूल डाल कर 2 मिनट तक उबालें। जब यह ठंडा हो जाए तब इस लोशन को अपने सिर पर मसाज करें और कुछ देर के बाद माइल्ड शैंपू से बाल धो लें।
खाली पेट 4 से 5 दिनों तक लगातार ताजे करेले के रस में एक चम्मच नींबू का रस मिला कर पियें।
डाइट के साथ अगर आप प्रभावित स्थान पर मुल्तानी मिट्टी और पानी का पेस्ट लगाएंगी तो भी काफी फायदा पहुंचेगा।
एलोवेरा जैल और लहसुन के तेल को एक ही मात्रा में मिक्स करें और प्रभावित स्थान पर लगाएं।
खीरे का रस, गुलाब जल व नींबू के रस को समान मात्रा में मिलाएं। इस मिश्रण से प्रभावित अंग को धोकर और नारियल तेल लगाकर रातभर छोड़ दें।
आधा चम्मच हल्दी चूर्ण को पानी के साथ दिन में दो बार लें। इसके अलावा हल्दी को खाने में भी प्रयोग करें।
एलोवेरा का ताजा गूदा त्वचा पर लगाया जा सकता है या इस गूदे का प्रतिदिन एक चम्मच दिन में दो बार सेवन करें।
नीम की पत्तियों को धो कर उबालें और उस पानी से शरीर को धोएं।
पत्ते गोभी की पत्तियों में से डंठल निकाल लें और उसे पीस कर प्रभावित स्थान पर लगाएं।
एक गिलास पानी में आधा मुठ्ठी तिल भिगो दें और रात भर ऐसे ही रखें। दूसरी सुबह इस पानी को खाली पेट पी जाएं। इससे सिस्टम की सफाई होती है और खून भी साफ होता है, जिससे त्वचा रोग दूर होता है।