उत्तर प्रदेश के सीएम अखिलेश के वाराणसी में 24 घंटे बिजली सप्लाई वाले दावे की पोल खुल गई, जब केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान करीब पौन घंटे के लिए बिजली गुल हो गई।
इसके बाद पीयूष गोयल को अखिलेश यादव पर निशाना साधने का अच्छा मौका मिल गया। बिजली कटने के बाद पीयूष गोयल ने पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 24 घंटे बिजली आपूर्ति मुद्दे पर अखिलेश यादव को चुनौती दे डाली।
इस बार विधानसभा चुनावों में बिजली की किल्लत का मुद्दा सबसे अहम है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अखिलेश यादव दोनों ही अपने चुनावी जनसभाओं में इस मुद्दे को उठाते रहे हैं।
गोयल ने बिजली के मुद्दे पर अखिलेश यादव को आइना दिखाते हुए जमकर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि 22 से 24 फरवरी के बीच तीन दिन में शिवपुर क्षेत्र में 52 बार और सारंगनाथ, सारनाथ में 21 बार बिजली गुल हुई।
शहर के बाकी हिस्सों में भी लोग बिजली कटौती से परेशान हैं। अखिलेश यादव और आजम खान बताएं, क्या इसी को 24 घंटे बिजली आपूर्ति कहते हैं?
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि केंद्र सरकार की योजना है कि 15 अगस्त 2022 तक पूरे देश में सफ्ताह के सातों दिन 24 घंटे बिजली मिले। पॉवर ऑफ आल के तहत 28-29 राज्यों ने करार पर हस्ताक्षर किए, लेकिन यूपी ने कोई रूचि नहीं दिखाई।
गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार ने सस्ते दर पर बिजली देने के लिए कई बार लिखा भी, लेकिन यूपी सरकार की तरफ से कोई जवाब ही नहीं आया।
बीजेपी के मीडिया सेंटर में बिजली गुल होने के बाद जब ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश सरकार के जिम्मेदार अफसरों से बात की तो मुख्यमंत्री ऑफिस हरकत में आया और जांच शुरू की। तत्काल पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन से जवाब तलब किया गया।