खेल डेस्क- भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने मौजूदा भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज में प्रयोग की जा रही अंपायर निर्णय समीक्षा प्रणाली(डीआरएस) के इस्तेमाल पर संतोष जताया है।
विराट ने डीआरएस पर अपना रूख स्पष्ट करते हुए कहा, मेरा ऐसा मानना है कि डीआरएस यह तय करने का एक तरीका है कि सभी को यह पता चले कि फैसला सही हुआ है या नहीं। अंपायर का फैसला सभी समझते हैं क्योंकि उन्हें ही फैसला करने का काम सौंपा गया है और डीआरएस प्रणाली में भी इसका सम्मान होता है। मुझे लगता है कि यह सही है। काफी लोग इसे समझते नहीं।
कप्तान ने मैदानी अंपयार का समर्थन करते हुए कहा, अगर मैदानी अंपायर ने फैसला किया है तो निश्चित रूप से लाभ उसे ही दिया जाना चाहिए कि उसके फैसला लेने के दौरान सोच क्या थी और फिर डीआरएस उनके लिए गए उस विशेष फैसले की पुष्टि करता है।
यह पूछे जाने पर कि आप इससे खुश हैं, विराट ने कहा, हां, मैं इससे खुश हूं। यह सिर्फ मैदानी अंपायर के फैसले की पुष्टि करने के लिए किया जाता है और यदि आप फैसले को चुनौती देना चाहते हैं तो आपके पास यह विकल्प है कि आप उसे दोबारा से देख सकते हैं। मुझे लगता है कि खेल के लिए यह सही है।
भारत ने डीआरएस का इस्तेमाल करते हुए अब तक सिर्फ दो ही टेस्ट मैच खेले हैं लेकिन भारतीय कप्तान का कहना है कि इस बात का आकलन करना मुश्किल है कि भारतीय टीम ने डीआरएस का कितना सही इस्तेमाल किया है। उल्लेखनीय है कि विशाखापत्तन में खेले गये दूसरे टेस्ट में दोनों टीमों ने 21 बार डीआरएस का उपयोग किया था।
कप्तान ने कहा, मुझे लगता है कि इस पर हमें धैर्य बनाए रखने की जरूरत है। डीआरएस का इस्तेमाल करते हुए टीम ने अब तक दो ही टेस्ट खेले हैं और इतनी जल्दी मैं इसका आकलन नहीं कर सकता। लगभग एक साल की अवधि में हम इसका आकलन करेंगे कि पिछले एक साल में हमने इसका कितना सही इस्तेमाल किया है।