नई दिल्ली। भारत में देसी लक्जरी ब्रांड बनाने की जरूरत को रेखांकित करते हुए नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमिताभ कांत ने आज कहा कि वृद्धि का दायरा बढ़ेगा और यह टियर-1 शहरों से टियर-2 और टियर-3 शहरों का रुख करेगा। औद्योगिक संगठन एसोचैम के एक कार्यक्रम में कांत ने कहा, ’भारत को इटली और फ्रांस की तरह अपने खुद के लक्जरी ब्रांड बनाने चाहिए क्योंकि ब्रांड आपको एक समय के बाद कीमत प्रदान करते हैं।
इस तरह व्हाइट मनी में कन्वर्ट हो रही है ब्लैक मनी
यदि आप चाहते हैं कि भारत में लक्जरी बाजार का विस्तार हो और यह वृद्धि करे तो यह बहुत आवश्यक है वृद्धि का यह दायरा टियर-1 शहरों से टियर-2 और टियर-3 शहरों की ओर फैले।’ उन्होंने कहा, ’टियर-1 शहरों का किराया बहुत ऊंचा है और यह इसलिए है क्योंकि जमीन का मूल्य बहुत ऊंचा है। लक्जरी बाजार को बढ़ाना होगा, हमें स्थान को कम लागत पर देने की जरूरत है। सौभाग्य से मेरे अनुसार नोटबंदी से जमीनों की कीमतों में समय रहते कमी आएगी और यह हमारे लक्जरी बाजार को बढ़ाने में मदद करेगा।’
नए ब्रांड पेश करने की तैयारी में ब्रिटानिया
कांत ने कहा कि यूरोप और अमेरिका में लक्जरी बाजार उन लोगों का है जो 1946 से 1964 के बीच जन्मे और उनकी आबादी लगातार बूढ़ी होती जा रही है जबकि भारत की आबादी लगातार जवां हो रही है और यह 2040 तक जवान बनी रहेगी इसलिए भारत में लक्जरी बाजार बढ़ता रहेगा। -एजेंसी
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