देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग कम्पनी लार्सन एंड टूब्रो (एलएन्डटी) ने अब तक की सबसे बड़ी छंटनी की है। कम्पनी ने 14,000 कर्मचारियों को बाहर कर दिया है। कम्पनी ने इतना बड़ा फ़ैसला बिजनेस में आई मंदी के चलते लिया है। एलएंडटी के चीफ़ फाइनेंशियल ऑफिसर आर. शंकर रमन के मुताबिक यह एक रणनीतिक फ़ैसला है। रमन ने बताया कि, कम्पनी का बिजनेस फिलहाल बेहतर स्थिति में नहीं है इसीलिए अभी वे किसी भी तरह से बिजनेस बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
रमन के अनुसार, ”कंपनी ने अपने कई बिजनेस में स्टाफ की संख्या सही स्तर पर लाने के लिए बहुत से कदम उठाए हैं। हमने डिजिटाइजेशन और प्रॉडक्टिविटी बढ़ाने के मकसद से जो उपाय किए थे, उसके चलते कई नौकरियों की जरूरत नहीं रह गई। इसके चलते सितंबर को खत्म छमाही में ग्रुप ने 14000 कर्मचारियों की छटनी कर दी है।”
कम्पनी के चीफ़ फाइनेंशियल ऑफिसर रमन के अनुसार कम्पनी में इस समय करीब 1.2 लाख कर्मचारी हैं। ऑफिसर ने बताया कि, यदि किसी काम के लिए कम्पनी को दस लोगों की ज़रूरत है तो हम पांच लोगों से काम चलाने की कोशिश करेंगे। ऑफिसर ने आगे बताया कि 14,000 कर्मचारियों को निकालने का फ़ैसला वन टाइम डिसीजन है और भविष्य में वह कर्मचारियों की छंटनी की कोई योजना नहीं बना रहा है।
कम्पनी की इस बड़ी छंटनी का आंकड़ा उसके कुल कर्मचारियों की संख्या का 11.2 फीसदी हिस्सा है। बता दें कि कम्पनी ने मिनरल और मेटल बिजनेस से जुड़े हुए कर्मचारियों को निकाला है। सूत्रों की माने तो मिनरल और मेटल बिजनेस में कम्पनी का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा है।