नई दिल्ली। सरकार ने वर्ष 2018 तक दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र को आर्गेनिक खेती के अंतर्गत लाने का लक्ष्य रखा है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक सरकार ने 2015-16 से 2017-18 के लिए यह लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए उसने पर्वतीय,जनजातीय और वर्षा वाले इलाकों में आर्गेनिक कृषि को महत्व देते हुए राष्ट्रीय सतत कृषि मिशन के अंतर्गत परम्परागत कृषि विकास योजना और पूर्वोत्तर क्षेत्रों के लिए मिशन आर्गेनिक वेल्यू चेन डेवलपमेंट(पीकेवीवाई) जैसी योजनाओं की शुरूआत की है।
आर्गेनिक कृषि की योजना के तहत अगले तीन साल के दौरान पूर्वोत्तर क्षेत्र में 0़ 5 हेक्टेयर क्षेत्र को आर्गेनिक खेती के अंतर्गत लाया जाएगा। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद आर्गेनिक खेती पर नेटवर्क परियोजना के जरिए आर्गेनिक खेती को बढ़ावा दे रही है और फसलों और फसल बुवाई की प्रणाली के लिए विशेष स्थानों पर आर्गेनिक कृषि के लिए पैकेज बनाने के वास्ते अनुसंधान कर रही है।
इस समय इस परियोजना पर 20 केन्द्रों में अमल में किया जा रहा है, जिनमें 16 राज्य शामिल हैं। देश में क्रियान्वित की जा रही पीकेवीवाई योजना को तकनीकी सहयोग प्रदान करने के लिए 42 फसल और फसल बुवाई प्रणालियों के वास्ते आर्गेनिक कृषि पैकेज बनाए गए हैं और आईसीएआर आर्गेनिक खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण दे रहा है। -एजेंसी