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इंटरनेट डेस्क। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज महात्मा ज्योतिबा फुले जयंती के अवसर राजधानी जयपुर में उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान सीएम ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बयान एवं ईआरसीपी-पीकेसी को लेकर मीडिया के सामने बड़ी बात कही है।
अशोक गहलोत ने वसुंधरा राजे की अफसरों के प्रति नाराजगी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इस दौरान मीडिया के सामने कहा कि वसुंधरा राजे को पूरे राजस्थान की बात करनी चाहिए, न कि सिर्फ अपने गृह जिले की।
तीन बार प्रदेश के सीएम रह चुके अशोक गहलोत ने इस दौरान बोल दिया कि उनकी सरकार ने ईआरसीपी जैसी योजनाओं में राजे के प्रस्तावों को बिना भेदभाव आगे बढ़ाया था। राजे को बड़ा दिल दिखाते हुए समूचे राजस्थान के विकास की बात करनी चाहिए।
वहीं अशोक गहलोत ने आज ट्वीट किया कि महान समाज सुधारक, विचारक महात्मा ज्योतिबा फुले जी की जयंती के अवसर पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि। उन्होंने अपना पूरा जीवन कमजोर वर्गों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया तथा सामाजिक कुरीतियों का सदैव पूरी ताकत से विरोध किया। उनके विचार तथा शिक्षा वर्तमान में भी बेहद प्रासंगिक हैं। समाज को दिशा देने में उनका असाधारण योगदान हमें सदैव प्रेरित करता रहेगा।
वसुंधरा राजे ने कही ये ये बात
गौरतलब है कि वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री जी ने 42 हजार करोड़ जल जीवन मिशन में दिए हैं। पाई-पाई का हिसाब दो कि झालावाड़ के हिस्से की राशि का आपने क्या किया? पेयजल संकट निवारण के लिए हमारी सरकार तो पैसा दे रही है, लेकिन अफसर योजनाओं की सही क्रियान्विति नहीं कर रहे। इसलिए राजस्थान के लोग प्यास से व्याकुल है। यह तो अप्रेल का हाल है। जून-जुलाई में क्या होगा? अधीक्षण अभियंता सहित उपस्थित कोई भी अधिकारी मुझे संतोषप्रद जवाब नहीं दे पाए। लोगों के धैर्य की परीक्षा मत लीजिए। झालावाड़ में ऐसा हरगिज नहीं चलेगा।
rajasthan.ndtv
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