भारत में सभी क्षेत्र में दशहरा का त्योहार बडे धूमधाम से मनाया जाता है। कई क्षेत्र में दशहरा एक अनोखे अंदाज में मनाता है। आज हम आपको भारत के 5 स्थानो के बारे में बताएंगे जहां दशहरा के त्योहार को अलग-अलग तरीकों से मनाते हैं।
कोलकाता, पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में, दुर्गा पूजा एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्योहार है। विजयदशमी पर, दुर्गा की मूर्तियों का विसर्जन करते हैं। दुर्गा पूजा के दौरान, विशाल पंडाल का निर्माण किया जाता है और भक्त धुनुची डांस में हिस्सा लेते हैं और स्वादिष्ट भोग का आनंद लेते हैं।
मैसूर, कर्नाटक
मैसूर दशहरा को मानते हुए 400 से अधिक वर्ष बीत चुके हैं। मैसूर शहर का नाम राक्षस महिषासुर से मिलता है, जिसे देवी चामुंडेश्वरी ने विजयादशमी के दिन मार दिया था। मैसूर में दशहरा के दिन ग्रेंड रूप से मनाया जाता है। मैसूर पैलेस, हाथी की सवारी, सैन्य परेड और अनगिनत सांस्कृतिक प्रदर्शनों के लिए जाने जाते है।
कुल्लू, हिमाचल प्रदेश
दशहरा कुल्लू में सबसे पॉपुलर त्योहारों में से एक है।कुल्लू में दशहरा मनाने का शहर का अपना खास तरीका है। लोग रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद की मूर्तियों को जलाने के बजाय लंका-दहन नामक एक अनुष्ठान में भाग लेते हैं जिसमें वे सूखे पत्तों और टहनियों का संग्रह जलाते हैं। विजयदशमी सात दिवसीय कुल्लू दशहरा उत्सव की शुरुआत को धड़क की ताल और नरसिंह तुरही के स्वर के साथ डांस के साथ करती है।
वाराणसी, उत्तर प्रदेश
दशहरा के लिए सबसे अच्छे भारतीय शहरों में से एक वाराणसी है। वाराणसी देश के सबसे पुराने शहरों में से एक है, और रामनगर किले के पास आयोजित होने वाली रामलीला 1800 के दशक की है। रामलीला में हर साल हजारों लोग शामिल होते हैं। अयोध्या, लंका और अशोक वाटिका को विशेष रूप से इस अवसर के लिए फिर से दोहराया गया है।
रामलीला मैदान, दिल्ली
नौ दिनों तक चलने वाला नवरात्रि उत्सव शहर में खुशियां लेकर आता है। इन नौ दिनों भक्त सहित अन्य लोग शाकाहारी भोजन करते है। आप थिएटर में अभिनेताओं को भगवान राम और उनकी रावण पर विजय के बारे में देख सकते हैं। सबसे प्रसिद्ध रामलीला संगीत पुरानी दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित होता है । लाल किला मैदान दिल्ली में रावण दहन देखने के लिए सबसे प्रसिद्ध मैदान है। दशहरा के भव्य उत्सव को देखने के लिए प्रख्यात हस्तियां और राजनेता भी मैदान में आते हैं।