जयपुर। टोंक रोड़ और जे.एल.एन मार्ग को जोड़ने वाली लिंक रोड़ पर स्थित बापूनगर के जनता स्टोर मार्केट में वाहन पार्किंग की जगह ना होने पर वहां के कई हजार लोगों का जीना हराम हो गया है। मार्केट की बड़ी समस्या वाहन पार्किंग बताई जाती है। हालत यह हो गई है कि ग्राहकों के वाहन रोड़ पर ही खड़े किए जा रहे हैं। सुबह और सायं के समय तो वहां से पैदल चलना और वहां की दुकानों पर जा कर खरीददारी म परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जनता स्टोर मार्केट में पचास से अधिक दुकानें जो कि अलग-अलग ट्रेड की है और बापूनगर व गांधी नगर का इकलौता लोकल बाजार होने पर वहां ग्राहकों की खासी भीड़ रहती है। गौर तलब यह है कि इसी मार्केट से सट कर राजेन्द्र मार्ग जैसी व्यस्ततम रोड. है, यही संतोक बा दुर्लभ जी अस्पताल होने पर आने- जाने वालों की भीड़ बहुत अधिक रहती है। यहीं जनता मार्केट सर्किल पर घंटों तक यातायात जाम रहता है। पास ही में राजस्थान युनिवर्सिटी स्थिति होने पर वहां के हॉस्टलर्स भी इस मार्केट में ग्रुप बना कर रोड़ लगा कर बैठे रहते हैं। इसी रोड पर सब्जी की दुकान ने फुटपाथ पर अवैध कब्जा किया हुआ है। समस्या यह भी बन गई है कि इन दुकानों पर सब्जी -व फल खरीदने वालों के चौपइयां वाहन और दुपहिया वाहन रोड के बीच तक पार्क हो जाते हैं।
कई बार तो जनता स्टोर मार्केट में खरीददारी करने आने वाले वाहन यहां रोड़ पर अवैध रूप से पार्क हो रहे हैं। यहीं गाड़ी खड़ी करके, कई देर तक इन वाहन के मालिकोे का कोई अतापता नहीं रहता है। ऐसे म्ं यातायात जाम हो जाता है। जिसे क्लीयर होने पर बड़ी मश्कत करनी पड़ती है। गौर तलब यह है कि जनता स्टोर मार्केट की दुकानों के पीछे वाली चाय की स्टाल पर निकट के गांधी नगर पुलिस थाने का स्टाफ भी हर वक्त मार्ग को रोके हुए बैठा रहता है। यहां के हालात चिंता जनक है। वासियों ने इस बारे में नगर निगम प्रशासन के अलावा यातायात पुलिस प्रशासन से आग्रह करते रहे हैं, मगर वहां जनता सर्किल पर ना तो रेड लाईट लगाई गई है।
यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए पुलिस के जवान को तैनात करने की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। अफसोस इस बात का है कि यहां की क्षत्रीय पार्षद भी इस समस्या को अनदेखा करती आई हैं। कई बार मचे हंगामे के चलते वहां अतिक्रमण हटाने के प्रयास भी किए गए थ् मगर प्रशासन और अतिक्रमणकारियों की मिली भगत की शिकायतें मिलती रही है। इसे कई बार हटा चुका है। मगर आपसी पैठ के चलते यह कब्जा कुछ ही देर के बाद फिर से कायम हो जाता है।
राजेन्द्र मार्ग पर ही प्रशासन की शिथिलता के चलते अतिक्रमणकारियों के हौसलें बुलंद हो गए हैं। जे.एल.एन मार्ग और टोंक रोड़ की लिंक रोड़ पर फास्ट फूड के एक दर्जन से अधिक ठेले खड़े रहने लगे हैं। ठेलों के साथ- साथ पानी के पतासे, इडली, डोसा, चाऊमुई आदि का लुफत उठाने वालों का जमावड़ा इस रोड़ पर देर रात तक बना रहता है। इस पर खासकर महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। राजेन्द्र मार्ग और निकट के इलाके में बहु मंजिली आवास की एक दर्जन से अधिक इमारतें होने पर उनके गैर आवासी मेहमानों के वाहन भीइस व्यवस्ततम रोड़ पर पार्क किए जा रहे हैं। इससे मार्ग संकरा हो गया है।
वाहन पार्किग की मांग समय- समय पर उठती रही है, मगर इस ओर जिम्मेदार अधिकारियों का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। समस्या उस वक्त विकट हो जाती है कि जब टोंंक रोड और जे.एल.एन. मार्ग पर वीवीआईपी के आगमन पर रोड या तो बंद करदी जाती है, या फिर ट्रेफिक वन वे कर दिए जाने पर दो किलोमीटर लंबे इस मार्ग वाहन चलाना मुश्किल हो गया है। वहां की यातायात की व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए प्रशासन के स्तर पर कोई भी समुचित कार्रवाही नहीं की जा रही है।