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इंटरनेट डेस्क। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी-बीडी) ने अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना को फांसी की सजा सुनाई है। गत वर्ष छात्र नेतृत्व वाले आंदोलन के दौरान मानवता के खिलाफ कथित अपराधों के लिए शेख हसीना पर उनकी अनुपस्थिति में मुकदमा चलाया जा रहा है।
खबरों के अनुसार, आईसीटी-बीडी ने इस मामले में बांग्लादेश की पूर्व पीएम प्रधानमंत्री शेख हसीना को दोषी मानते हुए ये फैसला सुनाया है। इस मामले में अभियोजकों की ओर से दोषी के लिए मृत्युदंड की मांग की थी। खबरों के अनुसार, पूर्व पीएम हसीना पर बड़े पैमाने पर हुए विद्रोह से जुड़े कई आरोप हैं। जिसके कारण हसीन को अगस्त 2024 में अपना देश और पद छोड़ना पड़ा था।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की एक रिपोर्ट में बांग्लादेश की हसीना सरकार की ओर से आदेश के बाद 15 जुलाई से 15 अगस्त के बीच विद्रोह के दौरान 1,400 लोग मारे जाने का अनुमान लगाया गया है। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण के इस फैसले से पहले शेख हसीना सभी आरोपों को पूरी तरह से झूठा करार दिया था। इस संबंध में हसीना ने एक ऑडियो संदेश जारी किया था।
PC: livehindustan
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