सोल। दक्षिण कोरिया के सांसदों ने शुक्रवार को राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को पारित कर दिया जिसके साथ ही देश की पहली महिला नेता के प्रशासन के पटाक्षेप की संभावना प्रबल हो गई। कदाचार के मामले को लेकर पार्क के खिलाफ लाखों लोग सडक़ पर उतरे थे।
संसद में मतदान के बाद संसदीय अधिकारियों ने राष्ट्रपति भवन ‘ब्लू हाउस’ को औपचारिक दस्तावेज सौंप दिये जिनमें कहा गया है कि पार्क को सत्ता से मुक्त किया जाए और सरकार में नंबर दो की हैसियत रखने वाले प्रधानमंत्री वांग क्यो-आन को तब तक नेतृत्व सौंपा जाए जब तक देश की संवैधानिक अदालत इस बारे में फैसला न कर दे कि पार्क को स्थायी तौर पर पद से हटना होगा अथवा नहीं। अदालत को इस बारे में फैसला करने में छह महीने का समय लगेगा।
मतदान के बाद में पार्क ने कैबिनेट की बैठक में कहा कि मैं यह कहना चाहती हूं कि मैं लोगों से माफी चाहती हूं कि देश को उस वक्त मेरी लापरवाही और सदाचार की कमी की वजह से संकट का सामना करना पड़ा जब हमारी सुरक्षा और अर्थव्यवस्था मुश्किलों का सामना कर रही है। चुनावों में अपनी पार्टी को जीत दिलाने की दक्षता की वजह से कभी ‘चुनाव की महारानी’ कही गई पार्क को हाल के हफ्तों में भारी विरोध का सामना करना पड़ा है।
उनके खिलाफ लाखों प्रदर्शनकारी सडक़ों पर उतरे हैं। विरोध प्रदर्शनों के आयोजकों का कहना है कि सांसदों से महाभियोग प्रस्ताव को पारित करने की मांग करने के लिए नेशनल असेंबली के सामने करीब 10,000 लोग एकत्र हुए थे।
जब महाभियोग प्रस्ताव को पारित किया गया तो बाहर एकत्र लोगों ने हाथों को उपर उठाकर जश्न मनाया। अगर संवैधानिक अदालत के नौ सदस्यों में से कम से कम छह न्यायाधीश महाभियोग का समर्थन कर देते हैं तो पार्क को औपचारिक रूप से पद से हटना पड़ेगा और देश में 60 दिनों के भीतर फिर से राष्ट्रपति चुनाव होगा।