हमेशा से बुजुर्ग रात के समय श्मशान के बाहर से निकलने के लिए मना करते हैं, आज के समय में इन बातों पर युवा पीढ़ी विश्वास नहीं करती है। लोग इसे सिर्फ अंधविश्वास मानते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। इसके पीछे एक वैज्ञानिक व मनोवैज्ञानिक तथ्य भी छिपा है। रात के समय श्मशान के बाहर से क्यों नही जाना चाहिए इसके बारे में ज्योतिषशास्त्र में भी जानकारी दी गई है। आइए आपको बताते हैं इसके बारे में...
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रात के समय नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है और श्मशान को नकारात्मक शक्तियों का घर कहा जाता है। इसी कारण रात के समय श्मशान के बाहर से निकलने के लिए मना किया जाता है।
रात के समय नकारात्मक शक्तियां मानसिक रूप से कमजोर किसी भी व्यक्ति को तुरंत अपने प्रभाव में ले लेती हैं।
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यदि कोई व्यक्ति भावनात्मक रूप से कमजोर है, नकारात्मक ऊर्जा से घिरा हुआ है, ऐसे में अगर वह व्यक्ति इन नकारात्मक शक्तियों के प्रभाव में आता है तो उसका खुद पर काबू नहीं रहता और वह उनके वश में हो जाता है।
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