Toll Tax: क्या देशभर से हटेंगे टोल बूथ? अब फास्टैग की जगह जीपीएस से टोल टैक्स वसूलने की तैयारी

Samachar Jagat | Saturday, 22 Apr 2023 02:28:24 PM
Toll Tax: Will toll booths be removed from across the country? Now preparing to collect toll tax through GPS instead of Fastag

आने वाले दिनों में देशभर से टोल प्लाजा हटाए जा सकते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय टोल संग्रह के लिए नई तकनीक के इस्तेमाल की दिशा में आगे बढ़ रहा है। स्वचालित नंबर प्लेट पहचान प्रणाली और जीपीएस आधारित टोल संग्रह प्रणाली को अगले कुछ महीनों में लागू किया जाना है।


इस बीच, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि टोल संग्रह के लिए वाहनों में जीपीएस अनिवार्य करने की दिशा में कुछ कड़े प्रतिबंध लगाए जाने चाहिए। हो सके तो इसे वाहन बीमा से जोड़ा जाए। यानी जीपीएस लगे होने पर ही वाहन का बीमा कराना चाहिए।

दरअसल, फिलहाल फास्टैग के जरिए टोल कलेक्शन किया जा रहा है, लेकिन जीपीएस और ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन सिस्टम के जरिए टोल कलेक्शन शुरू होने पर सभी टोल नाकों को हटाना होगा. एनएचएआई का मानना है कि देश में बड़ी संख्या में लोग टोल से बचने के लिए वाहन में जीपीएस नहीं लगाएंगे या नंबर प्लेट को किसी कपड़े या कागज से नहीं ढकेंगे।

इसी तरह कई लोग हेराफेरी कर टोल से बचना चाहेंगे। ऐसे में नई व्यवस्था के जरिए टोल वसूली की पुख्ता व्यवस्था की जाए। हर वाहन में जीपीएस लगाने के लिए बीमा की अनिवार्य शर्तों में जीपीएस को जोड़ा जाना चाहिए। यदि किसी वाहन में जीपीएस नहीं है और वह सक्रिय नहीं है, तो उसका बीमा नहीं कराया जाना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति वाहन से जुड़े बटुए में टोल के हिसाब से पर्याप्त बैलेंस नहीं रखता है तो उस पर भी जुर्माना लगाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।

समय बचाने की कवायद: मंत्रालय चाहता है कि उसके सभी राष्ट्रीय राजमार्गों और एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाजा के कारण लोगों की यात्रा में देरी न हो। वर्तमान में फास्टैग के माध्यम से टोल वसूली के कारण टोल पर लगने वाले समय में कमी आई है।

इस तरह वसूली योजना

जीपीएस के जरिए यह पता चलेगा कि नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर वाहन ने कितने किलोमीटर की दूरी तय की है। उसके बाद कैमरों के जरिए वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन किया जाएगा। जो सिस्टम को बताएगा कि गाड़ी में किस कंपनी का फास्टैग वॉलेट लगा है। उसके बाद दूरी के हिसाब से टोल कटेगा।

ये नए काम हो सकते हैं

● नई व्यवस्था से अगले एक साल में सभी वाहनों में जीपीएस लगाना अनिवार्य होगा।

ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए नए वाहनों में जीपीएस लगाना पूरी तरह से अनिवार्य होगा।

● परिवहन विभाग जीपीएस ट्रैकर के आधार पर ही वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर जारी करेगा।

● FASTag वॉलेट में पर्याप्त बैलेंस रखना होता है। पैसा नहीं है तो एक से दो सप्ताह का समय दिया जाएगा।

● तय समय में रिचार्ज नहीं कराने पर फास्टैग ब्लॉक हो जाएगा।

● फास्टैग वॉलेट ब्लॉक होने के बाद भी निर्धारित अवधि में रिचार्ज नहीं कराने पर आरसी भी ब्लॉक हो जाएगी।



 


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