जम्मू : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) के अधिकारियों ने शुक्रवार को भूमि दस्तावेज जारी करने के एवज में शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगने और लेने के आरोप में एक राजस्व अधिकारी को गिरफ्तार किया। एसीबी के प्रवक्ता ने कहा कि टीम ने सरकारी राजस्व अधिकारी के दलाल के घर से नकदी जब्त कर ली है। नायब तहसीलदार अशोक शर्मा को 25 लाख रुपये की मांगने और फर्जी दस्तावेज जारी करने के लिए 1.5 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। एसीबी ने जम्मू के अखनूर में नायब तहसीलदार के दलाल रमन गुप्ता के घर से नौ लाख रुपये भी बरामद किये हैं।
प्रवक्ता ने कहा,''अशोक शर्मा और उनके सहयोगियों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज जारी करने के लिए रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी।’’ उन्होंने कहा कि शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि उन्होंने तत्कालीन पटवारी हलका अखनूर खास अर्थात् रविदर भगत से पहले मावा करौरा, सुंगल मोड़, अखनूर में स्थित अपनी पत्नी के नाम जमीन कराने के लिए आवेदन किया था। आरोप है कि अर्जी दाखिल करने के बाद पटवारी रविदर भगत और नायब तहसीलदार अशोक शर्मा, जो उस समय क्षेत्र में तैनात थे, ने अपने दलाल के माध्यम से शिकायतकर्ता से संपर्क किया और 30 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। उन्होंने कहा कि दोनों ने शिकायतकर्ता से संपर्क किया और मामला 25 लाख रुपये देने पर तय हुआ। उन्होंने कहा, ''इसके बाद, दोनों राजस्व अधिकारियों का तबादला कर दिया गया लेकिन नायब तहसीलदार द्बारा अभी भी रिश्वत की मांग की जा रही थी।’’
यह भी आरोप लगाया गया है कि शिकायतकर्ता को जमीन के खरीदार चीकू गुप्ता से व्हाट््सएप के माध्यम से सॉफ्ट कॉपी प्राप्त होने के कारण फर्जी दस्तावेज तैयार किया गया था, क्योंकि कॉपी उसे दलाल द्बारा भेजी गई थी। दस्तावेज की मूल प्रति, जिसे नायब तहसीलदार ने अपने पास रखी थी, शिकायतकर्ता को प्रदान नहीं की जा रही थी क्योंकि वह 25 लाख रुपये की रिश्वत की मांग कर रहा था। शिकायतकर्ता के अनुसार नायब तहसीलदार ने रिश्वत की राशि किश्तों में देने की मांग की और साथ ही कहा कि वह पूरी राशि मिलने के बाद ही उसे दस्तावेज देंगे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार ने उन्हें कम से कम डेढè लाख रुपये लाने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा,''इस पर शिकायतकर्ता ने अधिकारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई के लिए एसीबी से संपर्क किया, जिसके बाद मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू हो गई।’’ उन्होंने कहा इसके बाद एक जाल बिछाया गया जिसके दौरान वर्तमान में घरोटा में तैनात आरोपी को शिकायतकर्ता से रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ एसीबी की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।