कहते है असली जिंदगी तो गांवों में बसती है। जिसनें गांवों की जिंदगी को नही देखा या नही जिया उसने मानों जिंदगी के देसीपन को नही जिया। गांव की मिट्टी की वो सुगंध जो शहरों की भागदौड़ वाली जिंदगी में नही मिलती, गावं में सुकून और शांति को बयां करती है।
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भारत की पहचान भी भारत के गांवों से ही है। इसलिए ही तो इसे गांवो का देश कहा जाता है। इसीलिए आज हम आपको भारत में स्थित ऐसे ही कुछ गांवों के बारे में बताने जा रहे है जो वाकई में गांव की परिभाषा में खरे उतरते है। आपको अगर शहरी दुनिया से दूर कहीं सुकून चाहिए तो आपको इन गांवो में से किसी ना किसी का जरुर चुनाव करना चाहिए।
लामयुरु, लद्दाख- इस गांव की खिली हुई धूप के बीच इस गांव में घूमने का अनुभव कहीं और नही मिलेगा। यह किसी जन्नत से कम नही।
जुलुक गांव, सिक्किम-यह गांव सिक्किम की एक पहाड़ी पर बसा हुआ है। यहां तक पहुंचनें में आपको थोड़ी परेशानी तो होगी लेकिन यहां आने के बाद आपका दिल खुश हो जाएगा।
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किन्नूर घाटी का चितकुल गांव, हिमाचल प्रदेश- इस घाटी में बसा गांव देखकर आप अपनी शहरी जिंदगी को बिल्कुल भूल जाएगें। यहां की प्राकृतिक सुंदरता ही काफी है आपका दिल जीतनें के लिए।
प्रागपुर, कांगड़ा घाटी- यह हिमाचल में स्थित है। इसे पहला सांस्कृतिक गांव की संज्ञा दी गई है।
मावलिनोंग,पूर्वी खासी हिल्स,मेघालय- इसे एशिया का सबसे स्वच्छ गांव कहा जाता है। यहां आनें पर आप शहरी जिंदगी को पूरा भूल जाएगें।
पैनामिक, लद्दाख- भारत में एक मात्र गर्म झरनें वाली जगह के लिए मशहूर है।
किब्बर, स्पिरिट वैली, हिमाचल प्रदेश- यह गांव मठो के लिए प्रसिध्द है। यह गांव 14 हजार फीट की ऊंचाई पर है।
पूवर, केरल- यह एक तटीय गांव है। जो त्रिवेंद्रम के दक्षिणी भाग में स्थित है।
कलप, उत्तराखंड- गढ़वाल का ये गांव बिल्कुल अनछुआ है।