सतना। मध्यप्रदेश के सतना जिले के अमरपाटन थाना क्षेत्र में दो पत्रकारों के साथ पुलिस द्वारा बर्बरता पूर्वक की गयी मारपीट की घटना के बाद दोषियों पर अब तक कोई काईवाई नहीं की गयी है।
स्थानीय पत्रकारों का आरोप है कि पुलिस अधीक्षक मिथिलेश शुक्ला ने दोषी थाना प्रभारी विजय ठाकुर को लाइन अटैच कर दिया, लेकिन इस मामले में उनके द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं की है। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले को विवेचना में लिया गया है। विवेचना के बाद ही दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी।
स्थानीय पत्रकारों ने कल दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने तथा दोनों पत्रकारों के खिलाफ दर्ज आम्र्स एक्ट का प्रकरण वापस लेने की मांग को लेकर सांसद गणेश सिंह से मुलाकात की। सांसद ने पत्रकारों को दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
गत दिनों अमरपाटन थाना क्षेत्र स्थित राष्ट्रीय राजमार्ग सात पर कुछ पुलिस कर्मचारियों द्वारा ट्रकों से अवैध वसूली की जा रही थी। पत्रकार जितेन्द्र सोनी और नागेन्द्र पटेल ने इसका वीडियों बना लिया। यह वीडियों सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इससे खफा थाना प्रभारी विजय ठाकुर ने सोमवार तडके पुलिस बल के साथ दोनों पत्रकारों के घर में पहुंचकर उन्हें जमरन उठा कर थाने ले आयी।
इसके बाद पुलिस ने दोनों पत्रकारों के खिलाफ आम्र्स एक्ट के तहत प्रकरण बनाया और उनकी थाने में जमकर पिटाई की। पत्रकारों का कहना है कि दोनों पत्रकारों के कमर के नीचे तथा शरीर के अन्य हिस्सों पर गंभीर चोट के निशान है। स्थानीय पत्रकारों का आरोप है कि थाना प्रभारी ने नशे की हालत में था। दोनों पत्रकारों को जिला चिकित्सालय की गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में रखा गया है। उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।