अयोध्या। मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में देवताओं को गर्मी से बचाने के लिए इन दिनों मंदिरों में फूल बंगले की झांकी सजाई जा रही हैं। प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी के महंत बाबा ज्ञानदास ने बताया कि देवों को गर्मी से बचाने तथा उन्हें ठंड की अनुभूति कराने के लिए फूल बंगले की झांकी का निर्माण किया जाता है। सफेद फूल बेला से यहां के मंदिरों में भगवान का सिंहासन, मुकुट-कुण्डा बनाया जाता है। सदियों पहले हनुमानगढ़ी मंदिर में फूल बंगले की झांकी की शुरुआत बृम्हलीन बाबा रामलगन दास जी महाराज ने की थी और यह परम्परा आज भी कायम है।
कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए करें ये उपाय
बाबा ज्ञानदास ने बताया कि अब अयोध्या के प्रसिद्ध मंदिर कनक भवन, नागेश्वरनाथ मंदिर, छोटी देवकाली समेत विभिन्न मंदिरों में फूल बंगले की झांकी सजायी जाने लगी है। यह झांकी जेठ माह से सजायी जाती है। हनुमानगढ़ी के महंत ने बताया कि भगवान के भक्तों की यह भावना होती है कि आराध्य देव को फूल बंगलों में बैठाने के बाद उन्हें गर्मी का एहसास नहीं होगा। मकान के ढांचे की तरह यह फूल मंदिर लकड़ी के फ्रेमों में बेला और मोतियों के फूलों की कलियां द्वारा छमास रैंच अठकलिया लोहा इमारती का अष्टदल के डिजाइनों में बनाये जाते हैं। उन्होंने बताया कि कमल जूही तथा केला के तनों का भी प्रयोग किया जाता है। फूल बंगला के सामने तालाब का दृश्य बनाया जाता है।
महंत ज्ञानदास ने बताया हनुमानगढ़ी, कनक भवन, मणिरामदास छावनी, रंगमहल, बड़ा स्थान, नागेश्वरनाथ मंदिर समेत तमाम देव स्थानों में विभिन्न तिथियों में फूल बंगले की झांकी सजाई जाती हैं। फूल बंगले की झांकी में एक मंदिर में करीब दो कुंतल के करीब सफेद बेला के फूलों का प्रयोग होता है। बंगले की झांकी में फूल लगने वाले फूलों की आपूर्ति मुस्लिम समाज ही करता है। हनुमत निवास मंदिर के महंत सियाशरण ने बताया कि अयोध्या में फूल बंगले का प्रचलन पिछले सौ वर्षों से चला आ रहा है।
आज से 23 मई तक भूलकर भी ना करें ये काम, उठाना पड़ सकता है भारी नुकसान
शुरुआत प्रसिद्ध कनक भवन मंदिर के स्व. बुधई द्वारा की गयी। बुधई के पुत्र सीताराम एवं सूरजलाल मास्टर और हनुमान चरित्र द्विवेदी आदि इस कला को आज भी जीवित रखे हैं। गंगा दशहरा और सरयू जयंती पर सरयू नदी में फूल बंगलों का भव्य आयोजन होता है। महंत ने बताया कि माह मई से फूल बंगला की झांकी शुरू होती है और अगस्त माह तक चलती है। मान्यताओं के अनुसार फूल बंगला झांकी से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और श्रद्धालुओं की मुरादें पूरी करते हैं। इस अवसर पर अयोध्या के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है। -एजेंसी
READ MORE :-
एक मंदिर जो हजारों सालों से टिका है एक खंभे पर
जानिए! किस रंग की मिट्टी आपके लिए है शुभ
कछुए की अंगूठी पहनने से होती है धन में बरकत !