मां-बाप को अपना शत्रु क्यों समझने लगते है बच्चे, जाने ?

Samachar Jagat | Sunday, 25 Sep 2016 11:32:56 AM
Kids seem to understand their parents enemy , why?

कई बच्चे ऐसे होते है जो पहले तो अपनी क्लास में काफी इंटेलीजेंट होते है लेकिन कई बार वह नर्वस हो जाते है। इससे इनकी योग्यता का ग्राफ तो गिरता ही है साथ ही साथ बच्चे के व्यवहार पर भी काफी असर पड़ता है। खासतौर पर उनका चिड़चिड़ा व्यवहार अपनी मां और भाई-बहन के साथ ज्यादा होने लगता है, जिसकी वजह से कई बार उनकों मनोचिकित्सालय में भरती करना पड़ता है। इसका सबसे बड़ा कारण मां-बाप का बच्चों के साथ बराबर का व्यवहार ना करना है।  
 
आखिर क्यों पड़ी है इसकी जरूरत
किसी भी मनोरोग की जड़ हमेशा रोगी के मनमस्तिष्क में नहीं होती बल्कि इसका जुड़ाव परिवार, परिवेश और परिचित से भी होता है। इसका प्रभाव अच्छे भले बच्चों में हो सकता है।  कई डॉक्टर्स का कहना है कि ऐसा छोटे-छोटे बच्चों में भी होता है, जिन बच्चों में उम्र का अंतराल होता है उनको इस समस्या से ज्यादा गुजरना पड़ता है। क्योंकि मां-बाप बच्चों में भेदभाव करते है , जिससे भाई-बहन में एक-दूसरे के लिए ईर्ष्या होने लगती है। 

मांबाप होते हैं इस की जड़
छोटे-छोटे बच्चे छोटे होने के बावजूद भाई-बहनों को स्वाभाविक रूप से प्यार करते हैं लेकिन वहीं मां-बाप घर में दूसरा छोटा बच्चा अा जाने से अपने पहले बच्चे को भूल जाते है। छोटे बच्चे की और ही ध्यान देने लगते है। छोटे को ज्यादा अटैंशन दी जा रही है यह देखकर जाने-अनजाने ही वह पहले उस बच्चे को और फिर मां-बाप को अपना शत्रु समझने लगता है। फिर उनसे बदला लेने लगता है। 

पेरेंटिंग होती है सब से बड़ी चुनौती
बच्चों को जन्म देने से ज्यादा मुश्किल होता है बच्चों की परवरिश करना। यह अाज के समय में सबसे बड़ी चनौती है। पेरेंट्स बच्चों की परवरिश करते समय कुछ बातों पर ध्यान नहीं देते है, जिससे बच्चों के  बीच लड़ाई-झगड़े होने लगते है। ऐसे में पेरेंटस को चाहिए कि वह अपने सभी बच्चों को बराबर का प्यार दें। उनके साथ किसी तरह का भेद-भाव ना करें। क्योंकि यह उनके बच्चों को नुकसान दें सकता है। 



 

यहां क्लिक करें : हर पल अपडेट रहने के लिए डाउनलोड करें, समाचार जगत मोबाइल एप। हिन्दी चटपटी एवं रोचक खबरों से जुड़े और अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें फेसबुक और ट्विटर पर फॉलो करें!

loading...
ताज़ा खबर

Copyright @ 2024 Samachar Jagat, Jaipur. All Right Reserved.