नई दिल्ली। सिखों के पहले गुरु नानक देव की जयंती को गुरुपरब के रुप में आज देश भर में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज इस अवसर पर राष्ट्रपति भवन में हमेशा की तरह जोश और धार्मिक पवित्रता के साथ इसे मनाया। उन्होंने इस दौरान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मंजीत भसह जी के और सचिव मनभजदर भसह सिरसा को औपचारिक रूप से सम्मानित किया।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुद्वारा बंगला साहिब, गुरुद्वारा रकाबगंज, गुरुद्वारा शीशगंज सहित विभिन्न गुरुद्वारों में सिख समाज के साथ अन्य समुदाय के लोगों ने भी मत्था टेका और अटूट लंगर का आनंद उठाया।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सिख समुदाय के लोगों को आज गुरुपर्व की शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर विभिन्न स्थानों पर गुरु नानक के अनुयायी गुरुद्वारों में एकत्र हुए और प्रार्थना एवं भजन का पाठ किया।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरू नानक देव के प्रकाशपर्व के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। श्री खट्टर ने अपने संदेश में गुरु नानक देव को शांति और सहनशीलता का दूत बताया जिनकी शिक्षाएं पीढिय़ों को लगातार प्रेरित करती रहेंगी।
पंजाब में अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में काफी धूमधाम से गुरुपरब मनाया गया। बभठडा के दमदमा साहिब गुरुद्वारा में इस अवसर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उमड़ें। इसके अलावा राज्य के विभिन्न गुरुद्वारों में बच्चों, महिलाओं समेत हर उम्र के लोगों का तांता लगा रहा। लोगों ने गुरुद्वारों में मत्था टेका और लंगर का आनंद उठाया।
असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने गुरु नानक जयंती को सिख धर्म के महान संस्थापक गुरु नानक देव की सीखों को याद करने का अवसर बताते हुए कहा कि उन्होंने समानता, प्रेम, भाईचारा, अच्छाई और सदाचार पर आधारित धर्म की स्थापना की। राज्य के विभिन्न गुरुद्वारों में गुरु नानक जयंती मनायी गयी। सभी संप्रदायों के लोगों ने सिख धर्मावलंबियों के साथ मिल-जुलकर यह त्योहार मनाया।
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में रेसकोर्स स्थित गुरूद्वारे में आयोजित गुरूनानक जी के प्रकटोत्सव कार्यक्रम में भारी संख्या में सिख समाज के लोग शरीक हुए। कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुरु परब पर सभी को बधाइयां दी और कहा कि गुरुनानक जी ने इंसानियत, भाईचारे एवं मानवता का जो सन्देश दिया है वह सदैव अनुकरणीय रहेगा।