लखनऊ। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) आगामी पांच दिसम्बर को दिल्ली जन्तर-मन्तर पर किसानों के कर्ज माफी और अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन करेगा। रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डा. मसूद अहमद ने आज शाम यहां संवाददाताओं से कहा कि केन्द्र और प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते किसान की आर्थिक हालत बिगडती जा रही है। किसान को उसकी फसल का लाभकारी दाम नहीं मिलने के कारण वह कर्ज के बोझ से दबा है। इसी कारण मजबूर होकर किसान आत्महत्या के लिए मजबूर है।
मसूद ने कहा कि किसानों के कर्ज माफी एवं अन्य मांगों के समर्थन में रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित भसह और महासचिव जयंत चौधरी के आह्वान पर बडी संख्या में किसान पांच दिसम्बर को जन्तर-मन्तर पर धरना प्रदर्शन करेंगे। अन्य मांगों में कृषि बजट बढाकर कुल बजट का 40 प्रतिशत करने की प्रमुख मांग होगी। उन्होंने कहा कि जब तक देश का किसान खुशहाल नहीं होगा तब तक देश का विकास नहीं होगा।
उन्होंने कहा कि किसानों के हितों के लिए दलगत भावना से ऊपर उठकर सभी लोगों को धरना प्रदर्शन स्थल पर पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नोटबंदी के निर्णय से रालोद को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन उसके बाद जो लोगों को परेशानी हो रही है उसके विरोध में है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण आज पूरा देश बैंकों और एटीएम के बाहर लाइन में खडा है।