नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार द्वारा 8 नवंबर को हुई नोटबंदी के बाद आयकर विभाग की नजर कालाधन को सफेद में बदलने वालों पर है। इसी क्रम में आयकर विभाग ने शुक्रवार को राजधानी के चांदनी चौक स्थित एक्सिस बैंक का सर्वे किया। अधिकारियों ने पाया कि इस ब्रांच में नोटबंदी के बाद से 450 करोड़ से भी ज्यादा की रकम जमा हुई है। ऐसे में आयकर विभाग को बड़ी गड़बड़ी की आशंका है। यही वजह है कि आयकर विभाग की नजर में कश्मीरी गेट ब्रांच भी है।
एएनआई के मुताबिक, सर्वे में 44 ऐसे बैंक अकाउंट सामने आए हैं जिनमें केवाईसी यानी नो योर कस्टमर के पैमानों का पालन नहीं किया गया है। इन अकाउंट्स में 100 करोड़ से भी ज्यादा रकम जमा है। बैंक अधिकारी सवालों के घेरे में हैं और इनकम टैक्स विभाग उनसे पूछताछ कर रहा है।
इससे पहले इसी सप्ताह प्रवर्तन निदेशालय ने एक्सिस बैंक के दो मैनेजरों को 3 किलोग्राम सोने के साथ अरेस्ट किया था। इन सभी पर मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल होने का आरोप था। ये दोनों मैनेजर कश्मीरी गेट ब्रांच में कार्यरत थे।
इससे पहले एक्सिस बैंक ने अपने ही 19 ऐसे कर्मचारियों को निलंबित किया था क्योंकि उनपर गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है। इस पूरे मामले पर एक्सिस बैंक के प्रवक्ता ने सफाई दी है।
उन्होंने कहा है कि', 'बैंक कॉर्पोरेट गवर्नेंस और जीरो टॉलरेंस के प्रति पूरी तरह समर्पित है । अगर कोई भी कर्मचारी गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो हम उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। हम जांच एजेंसियों का भरपूर सहयोग कर रहे हैं।'